शाहरुख और काजोल ने लंदन में 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' की कांस्य प्रतिमा का अनावरण किया
लीसेस्टर स्क्वायर में ऐतिहासिक क्षण
लंदन, 4 दिसंबर (भाषा) - यश राज फिल्म्स की कालातीत हिट 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' (डीडीएलजे) के 30 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में, शाहरुख खान और काजोल ने लंदन के लीसेस्टर स्क्वायर में 'राज-सिमरन' की कांस्य प्रतिमा का अनावरण किया।
यह एक ऐतिहासिक अवसर है, क्योंकि यह पहली बार है जब किसी भारतीय फिल्म को लीसेस्टर स्क्वायर में इस तरह के सम्मान से नवाजा गया है।
लीसेस्टर स्क्वायर में विश्व प्रसिद्ध फिल्मों के यादगार क्षणों को दर्शाने वाली प्रतिमाओं में अब डीडीएलजे के राज और सिमरन की प्रतिमा भी शामिल हो गई है।
इस अवसर पर शाहरुख खान ने कहा, “डीडीएलजे एक सच्चे दिल से बनाई गई फिल्म थी। हम एक ऐसी प्रेम कहानी प्रस्तुत करना चाहते थे जो सभी बाधाओं को पार कर सके और यह दिखा सके कि प्रेम दुनिया को कैसे बेहतर बना सकता है। शायद यही कारण है कि डीडीएलजे का प्रभाव 30 वर्षों से बना हुआ है! मेरे लिए, यह फिल्म मेरी पहचान का एक हिस्सा है और यह एक विनम्र क्षण है कि आज भी हमें इतना प्यार मिल रहा है।”
काजोल, अपनी बेटी न्यासा और बेटे युग के साथ, प्रतिमा के सामने शाहरुख के साथ तस्वीरें खिंचवाते हुए नजर आईं।
काजोल ने इस सम्मान पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा, “यह अविश्वसनीय है कि 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' को 30 साल बाद भी इतना प्यार मिल रहा है। लंदन में प्रतिमा का अनावरण होते देखना ऐसा था जैसे हम अपने इतिहास का एक हिस्सा फिर से जी रहे हों—एक ऐसी कहानी जिसने पीढ़ियों का सफर तय किया है।”
यशराज फिल्म्स के सीईओ अक्षय विधानी ने कहा, "हम 'सीन्स इन द स्क्वेयर' में प्रदर्शित होने वाली पहली भारतीय फिल्म बनकर बेहद उत्साहित हैं। यह डीडीएलजे के 30 साल पूरे होने का भी प्रतीक है।"
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