बेंगलुरु में 'माय फेयर लेडी' का शानदार मंचन: वन्या भट्ट ने जीता दिल
बेंगलुरु में ब्रोडवे का जादू
बेंगलुरु की क्राइस्ट यूनिवर्सिटी में 1 और 2 मार्च को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ब्रोडवे के प्रसिद्ध नाटक 'माय फेयर लेडी' का भव्य प्रदर्शन हुआ, जिसने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस शानदार प्रोडक्शन को म्यूज़िक थिएटर इंटरनेशनल (MTI) के सहयोग से तैयार किया गया था, जिसमें चार अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों ने मार्गदर्शन किया। शो की मुख्य आकर्षण वन्या भट्ट की एलाइज़ा डूलिटिल के रूप में अद्भुत प्रस्तुति रही, जिसे दर्शकों ने भरपूर सराहा।
दोनों दिन हॉल दर्शकों से खचाखच भरा रहा। मंच पर प्रस्तुत कहानी, बेहतरीन अभिनय और शानदार मंचीय प्रस्तुति ने सभी को प्रभावित किया। शो के अंत में, दर्शकों ने उत्साहपूर्वक खड़े होकर दोनों दिन स्टैंडिंग ओवेशन दिया।
वन्या पश्चिमी शास्त्रीय संगीत में प्रशिक्षित गायिका हैं। उन्होंने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा, “मैं इस अविस्मरणीय अवसर के लिए अपने विश्वविद्यालय और शिक्षकों की आभारी हूँ। उनके मार्गदर्शन ने इसे मेरे लिए एक अद्भुत अनुभव बना दिया। एलाइज़ा डूलिटिल की भूमिका निभाना चुनौतीपूर्ण और रोमांचक था, और मैं इस सफर की हर याद संजो कर रखूँगी।”
वन्या भट्ट की यात्रा
गुजरात के सूरत में पली-बढ़ी वन्या भट्ट एक प्रतिभाशाली गायिका और संगीतकार हैं। उन्होंने बचपन से ही संगीत और नाटक में रुचि ली और कई गायन प्रतियोगिताओं में भाग लेकर अपनी प्रतिभा साबित की। उन्होंने सार्वजनिक विश्वविद्यालय की स्कोपा कॉलेज से ड्रामा में डिप्लोमा किया है। श्री नाथद्वारा के हवेली संगीत में भी उन्होंने अपना हुनर दिखाया है और 'बाजत आज बढ़ाई गोकुल में' जैसे भक्ति संगीत के पांच गीतों का एलबम रिलीज किया है।
दर्शकों की शानदार प्रतिक्रिया और दोनों रातों में मिले स्टैंडिंग ओवेशन ने इस प्रस्तुति की सफलता को साबित किया। जब 'माय फेयर लेडी' का पर्दा गिरा, तो तालियों की गूंज और प्रशंसा की आवाज़ देर तक सुनाई देती रही।
माय फेयर लेडी की कहानी
क्या है माय फेयर लेडी की कहानी? 'माय फेयर लेडी' जॉर्ज बर्नार्ड शॉ के नाटक 'Pygmalion' पर आधारित एक प्रसिद्ध ब्रॉडवे म्यूजिकल है, जिसे एलन जे. लर्नर और फ्रेडरिक लोए ने लिखा है। यह नाटक भाषा, समाज और आत्म-परिवर्तन की एक खूबसूरत कहानी प्रस्तुत करता है।
कहानी की नायिका, एलाइज़ा डूलिटिल, लंदन की एक साधारण फूल बेचने वाली युवती है, जिसकी भाषा और व्यवहार उसकी निम्न सामाजिक स्थिति को दर्शाते हैं। एक दिन, प्रोफेसर हेनरी हिगिंस, जो एक भाषाविद् हैं, उससे मिलते हैं और दावा करते हैं कि वे उसे सही उच्चारण और अभिजात्य वर्ग के तौर-तरीकों सिखाकर एक प्रतिष्ठित महिला बना सकते हैं।
एलाइज़ा अपने जीवन में सुधार लाने के लिए हिगिंस के इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लेती है। कड़ी मेहनत और निरंतर अभ्यास के बाद, वह एक आत्मनिर्भर महिला में बदल जाती है। जब वह समाज में एक उच्च दर्जे की महिला के रूप में पहचानी जाती है, तब उसे एहसास होता है कि उसकी वास्तविक पहचान क्या है और वह अपने आत्म-सम्मान के लिए संघर्ष करती है।
यह कहानी केवल बाहरी रूप-रंग और समाज में ऊँचा दर्जा पाने के बारे में नहीं है, बल्कि यह आत्म-परिवर्तन, आत्म-सम्मान और व्यक्तिगत स्वतंत्रता की प्रेरक कहानी है। 'माय फेयर लेडी' का संगीत, संवाद और भावनात्मक गहराई इसे एक कालजयी क्लासिक बनाते हैं।