कैसे आरके श्रीवास्तव ने गरीब छात्रों को IIT में सफलता दिलाई? जानें उनकी प्रेरणादायक कहानी!

आरके श्रीवास्तव: गणित के गुरु
Mathematics Guru Rk Shrivastava Sir
आरके श्रीवास्तव: जेईई एडवांस्ड जैसी चुनौतीपूर्ण परीक्षा में आरके श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में कई आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों ने निःशुल्क शिक्षा प्राप्त कर सफलता हासिल की है। जेईई एडवांस्ड 2025 का परिणाम अब घोषित हो चुका है।
जेईई एडवांस्ड परीक्षा में आरके श्रीवास्तव के छात्रों ने उत्कृष्ट रैंक प्राप्त की। सफलता के बाद, छात्रों ने अपने गुरु को एक रुपये की गुरु दक्षिणा दी, जो कि पढ़ाने की कला को दर्शाता है। आरके श्रीवास्तव, जो भारत के प्रसिद्ध शिक्षकों में से एक हैं, लाखों छात्रों के लिए प्रेरणा स्रोत बने हुए हैं। उनके अनोखे पढ़ाने के तरीके को छात्र बेहद पसंद करते हैं। आरके श्रीवास्तव के सिखाए हजारों छात्र अब देश के प्रतिष्ठित आईआईटी कॉलेजों में अपनी जगह बना चुके हैं।
जेईई एडवांस्ड के परिणामों के बाद, सोशल मीडिया पर आरके श्रीवास्तव की शिक्षण शैली की सराहना हो रही है। कई आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों ने अवसर ट्रस्ट के माध्यम से निःशुल्क शिक्षा लेकर इस परीक्षा में सफलता पाई है।

सफल छात्रों के अभिभावकों ने अवसर ट्रस्ट के अध्यक्ष पूर्व सांसद आरके सिन्हा के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि आरके श्रीवास्तव से पढ़ाई करना उनके बच्चों का सपना था, और इस सपने को पूरा करने में आरके सिन्हा का योगदान महत्वपूर्ण रहा। अभिभावकों ने कहा कि यदि आरके श्रीवास्तव अवसर ट्रस्ट से जुड़े नहीं होते, तो शायद उनके बच्चे आईआईटी जैसी कठिन परीक्षा में सफल नहीं हो पाते।

आरके श्रीवास्तव की नि:स्वार्थ शिक्षण शैली और उनके मार्गदर्शन के कारण कई आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों ने जेईई एडवांस्ड परीक्षा में सफलता प्राप्त की है।

पटना के जयकिशन ने ऑल इंडिया रैंक 680 प्राप्त की, जबकि भागलपुर के भाई नीतीश कुमार और कुमार गौरव ने क्रमशः 683 और 1062 रैंक हासिल किए। इसके अलावा, पटना के अनिकेत राज ने 1347, मोकामा के अभिषेक कुमार ने 1452, गरीब परिवार के आयुष राज ने 3993, मिताली राज ने 4807, मुजफ्फरपुर के प्रत्यक्ष राज ने 5827, और उत्कर्ष सागर ने 7349 रैंक प्राप्त की।

"आरके श्रीवास्तव: एक प्रेरणादायक शिक्षक"
पटना (बिहार) के गणित गुरु आरके श्रीवास्तव का नाम अब किसी परिचय का मोहताज नहीं है। उनका पूरा नाम रजनी कांत श्रीवास्तव है। वे भारत के एकमात्र ऐसे शिक्षक हैं जिनके खिलाफ कोई नकारात्मक टिप्पणी नहीं मिलती। उन्होंने हर उस छात्र की मदद की है जो पढ़ाई करना चाहता है। एक रुपये की गुरु दक्षिणा लेकर सैकड़ों छात्रों को आईआईटीयन बना चुके हैं।

भारत के प्रमुख समाचार पत्रों और ऑनलाइन पोर्टल्स पर उनके बारे में लगातार खबरें प्रकाशित होती रहती हैं। Google पर "मैथेमेटिक्स गुरु" सर्च करने पर आरके श्रीवास्तव का नाम सबसे ऊपर आता है। वे गरीब छात्रों को IIT की कोचिंग मात्र एक रुपये में देते हैं। वे एक गणितज्ञ और एक उत्कृष्ट शिक्षक दोनों हैं।

आरके श्रीवास्तव ने गरीब छात्रों को मुफ्त शिक्षा देकर उनकी प्रतिभा को पहचानने का कार्य किया है। वे एक रुपये की गुरु दक्षिणा लेकर निर्धन छात्रों के सपनों को साकार कर रहे हैं।

शिक्षक आरके श्रीवास्तव, जो एक रुपये की गुरु दक्षिणा में पढ़ाकर IITian बनाने के लिए प्रसिद्ध हो चुके हैं, को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी सम्मानित किया गया है। राष्ट्रपति भवन में उनके साथ की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। आरके श्रीवास्तव का नाम "वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स" और "इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स" में भी दर्ज है।