केरल फिल्म अवॉर्ड्स में बच्चों के लिए अवॉर्ड न मिलने पर विवाद
केरल स्टेट फिल्म अवॉर्ड्स में बच्चों की श्रेणी में अवॉर्ड न दिए जाने के निर्णय ने विवाद खड़ा कर दिया है। बाल कलाकार देवानंद जिबिन ने जूरी प्रमुख प्रकाश राज पर आरोप लगाया है कि उन्होंने बच्चों के प्रदर्शन को नजरअंदाज किया। जूरी का कहना है कि प्रस्तुत की गई फिल्मों में बच्चों का दृष्टिकोण सही तरीके से नहीं दर्शाया गया। इस मामले में केरल के कल्चर मिनिस्टर ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। जानें इस विवाद की पूरी कहानी।
Wed, 5 Nov 2025
बच्चों की कैटेगरी में अवॉर्ड न देने का निर्णय विवादित
55वें केरल स्टेट फिल्म अवॉर्ड्स में बच्चों की श्रेणी में किसी भी पुरस्कार का न दिया जाना एक बड़ा विवाद खड़ा कर रहा है। बाल कलाकार देवानंद जिबिन ने इस निर्णय के लिए जूरी के प्रमुख प्रकाश राज पर सीधा हमला किया है। जूरी का तर्क है कि प्रस्तुत की गई फिल्मों में बच्चों के दृष्टिकोण को सही तरीके से नहीं दर्शाया गया था।
देवानंद का जूरी पर आरोप
12 वर्षीय देवानंद, जिन्होंने 'मलिकप्पुरम' और 'नेमार' जैसी फिल्मों में अभिनय किया है, ने अपनी इंस्टाग्राम पोस्ट में जूरी पर आरोप लगाया कि वे मलयालम फिल्म उद्योग में बाल कलाकारों के प्रदर्शन को नजरअंदाज कर रहे हैं।
बाल कलाकार का तीखा रिएक्शन
देवानंद ने सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए लिखा, 'बच्चों के लिए अपनी आंखें बंद कर लो, लेकिन यह मत कहो कि हर जगह अंधेरा है। जूरी ने 2024 मलयालम फिल्म अवॉर्ड्स की घोषणा के साथ आने वाली पीढ़ी के लिए आंखें बंद कर ली हैं। स्टैनार्थी श्रीकुट्टन, गु, फीनिक्स और ARM जैसी फिल्मों में कई बच्चों ने सराहनीय काम किया है।'
उन्होंने जूरी के इस बयान पर भी आपत्ति जताई कि बच्चों की और फिल्में बननी चाहिए। देवानंद ने कहा कि अगर दो बच्चों को अवॉर्ड दिया जाता, तो यह कई बच्चों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनता।
जूरी हेड और कल्चर मिनिस्टर का स्पष्टीकरण
जूरी के प्रमुख प्रकाश राज ने स्पष्ट किया कि उन्होंने बेस्ट चिल्ड्रन्स फिल्म और बेस्ट चाइल्ड आर्टिस्ट के अवॉर्ड इसलिए नहीं दिए, क्योंकि उन्हें बच्चों की कोई भी अच्छी फिल्म या उस दिशा में प्रयास नहीं दिखा। उन्होंने फिल्म निर्माताओं से बच्चों की फिल्में बनाने पर विचार करने का अनुरोध किया। यह लगातार दूसरा साल है जब बच्चों की फिल्म को अवॉर्ड नहीं मिला है।
विवाद बढ़ने पर, केरल के कल्चर मिनिस्टर साजी चेरियन ने कहा कि अवॉर्ड्स की घोषणा 'बिना किसी शिकायत' के हुई है। उन्होंने कहा, 'जूरी को कोई भी फिल्म अवॉर्ड के लायक नहीं लगी और उन्हें इसका अफसोस है। हमें इसे एक चैलेंज के तौर पर लेना चाहिए और सुधार करना चाहिए... जैसे हम एससी/एसटी फिल्म मेकर्स और महिलाओं को प्रमोट करते हैं, वैसे ही हम बच्चों की क्रिएटिव फिल्मों को भी सपोर्ट देंगे।'
इस अवॉर्ड सेरेमनी में ममूटी को बेस्ट एक्टर और शामला हमजा को बेस्ट एक्ट्रेस चुना गया, जबकि 'मंजुम्मेल बॉयज' ने बेस्ट फिल्म का अवॉर्ड जीता था।
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