पुलिस मामले में फंसा 54 साल का साउथ सुपरस्टार, दलितों पर दिया ये बयान है विवाद की वजह
मनोरंजन डेस्क, 14 अगस्त 2023- कन्नड़ अभिनेता उपेन्द्र बनाम एफआईआर जब फिल्मी सितारे पर्दे पर खलनायक के रूप में भी शानदार अभिनय करते हैं तो लोग उनकी तारीफ करते हैं लेकिन जब वे असल जिंदगी में कुछ कहते हैं तो उन्हें ट्रोल भी किया जाता है। हाल ही में साउथ सिनेमा के जाने-माने एक्टर और प्रोड्यूसर उपेन्द्र ने भी कुछ ऐसा कहा जिसके चलते लोग उनके खिलाफ बोल रहे हैं। मामला इतना बढ़ गया है कि साउथ स्टार के खिलाफ पुलिस में एफआईआर भी दर्ज कराई गई है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उपेन्द्र के खिलाफ बेंगलुरु में केस दर्ज किया गया है।
दरअसल, हाल ही में एक फेसबुक लाइव सेशन के दौरान उपेन्द्र ने दलित समुदाय पर कुछ ऐसा कह दिया, जिससे विवाद खड़ा हो गया और वह कानून के शिकंजे में फंस गए। अभिनेता ने शनिवार को फेसबुक और इंस्टाग्राम लाइव चैट में विवादास्पद बयान दिया। अगले दिन, समाज कल्याण विभाग के सहायक निदेशक मधुसूदन केएनए ने चेन्नम्मा में केरे अचुक्कट्टू पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने उपेन्द्र के खिलाफ एससी/एसटी (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत मामला दर्ज कराया है.
गौरतलब है कि कर्नाटक राज्य के रामनगर जिले के कुछ हिस्सों में भी 54 वर्षीय अभिनेता (कन्नड़ अभिनेता उपेन्द्र) के खिलाफ प्रदर्शन हुए और उपेन्द्र के पुतले जलाये गये। विरोध बढ़ता देख एक्टर ने वीडियो हटा दिया और कहा, 'परिवर्तन केवल मासूम दिल से ही आ सकता है। मैं चाहता हूं कि मासूम दिल भी बोलने में हमारे साथ शामिल हों। उनके सुझाव लाभकारी रहेंगे क्योंकि वे लापरवाही से नहीं बोलेंगे और न ही किसी का अपमान करेंगे।
हालांकि, बाद में उपेंद्र ने माफी मांगी और लाइव चैट लिंक को अपने सोशल मीडिया अकाउंट से डिलीट कर दिया। माफी मांगने के बाद एक्टर ने अपने सोशल पेज पर लिखा, 'जो आज मेरे खिलाफ बोल रहा है, वह तब पैदा भी नहीं हुआ था। 50 साल पहले मैंने घोर गरीबी देखी थी, लोग खुद को जलाकर मार रहे थे, भूख, अपमान और उत्पीड़न देख रहे थे। एक व्यक्ति जो यह सब अनुभव करते हुए बड़ा हुआ वह एक निश्चित वर्ग के बारे में बुरा बोलेगा? मैं पागल हो रहा हूँ इससे मुझे क्या लाभ होगा? क्या आपमें क्षमा करने का साहस नहीं है? इतनी नफरत क्यों?
वहीं सैनिक दल के प्रदेश अध्यक्ष एम वेंकटस्वामी ने कहा, 'वह कोई आम आदमी नहीं बल्कि सुपरस्टार हैं. हालाँकि वह खुद को एक प्रगतिशील व्यक्ति के रूप में प्रस्तुत करते हैं, लेकिन उनकी मानसिकता जातिवादी है और हम सरकार से मांग करते हैं कि उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जाए और उनके साथ एक अपराधी की तरह व्यवहार किया जाए। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अपनी राजनीतिक पार्टी के बारे में बात करते हुए एक्टर को ये कहते हुए सुना गया, 'अगर कोई शहर है तो उसमें दलित जरूर होंगे.' जिसके चलते विवाद इतना बढ़ गया कि मामला पुलिस तक पहुंच गया.
जानकारी के लिए बता दें कि उपेन्द्र उत्तम प्रजाकिया पार्टी के नेता भी हैं. वह ज्यादातर कन्नड़ फिल्मों में काम करते हैं और अभिनेता होने के साथ-साथ फिल्म निर्माता, निर्माता, पटकथा लेखक भी हैं। इन सबके अलावा वह राजनीति में भी चर्चा में रहते हैं।