क्या है मोहनलाल की फिल्म 'एंपुरान' को लेकर भाजपा नेता की नाराजगी?
भाजपा अध्यक्ष ने 'एंपुरान' देखने से किया इनकार
तिरुवनंतपुरम, 30 मार्च। केरल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राजीव चंद्रशेखर ने हाल ही में रिलीज हुई मलयालम फिल्म 'एंपुरान' को देखने से मना कर दिया है।
'एंपुरान', जो कि 2019 की हिट फिल्म 'लूसिफेर' का अगला भाग है, का निर्देशन अभिनेता और फिल्म निर्माता पृथ्वीराज सुकुमारन ने किया है।
फिल्म के चारों ओर चल रहे विवाद के कारण भाजपा नेता ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर उन्होंने फिल्म में किए गए महत्वपूर्ण बदलावों के बारे में जानकर अपनी निराशा व्यक्त की।
चंद्रशेखर ने बताया कि निर्माताओं ने विवाद के चलते 17 कट लगाने पर सहमति जताई थी, जिसके कारण फिल्म को फिर से सेंसरशिप से गुजरना पड़ा।
उन्होंने कहा, "मैंने 'लूसिफेर' देखी थी और मुझे वह पसंद आई थी। मैं 'एंपुरान' देखने के लिए उत्सुक था, लेकिन अब मुझे पता चला है कि निर्माताओं ने 17 कट लगाए हैं और फिल्म फिर से सेंसरशिप में है।"
भाजपा नेता ने फिल्म में तथ्यों के कथित विकृत होने की आलोचना करते हुए कहा, "एक फिल्म को केवल एक फिल्म के रूप में देखा जाना चाहिए, न कि इतिहास के रूप में। कोई भी फिल्म जो सच्चाई को विकृत करके कहानी बनाने की कोशिश करती है, वह असफलता के लिए बर्बाद हो जाती है।"
फिल्म की रिलीज के बाद विवाद उत्पन्न हुआ, जिसमें दर्शकों ने कुछ दृश्यों पर आपत्ति जताई, जिसमें कथित तौर पर 2002 की गुजरात हिंसा का उल्लेख किया गया था।
वहीं, वक्फ संशोधन बिल पर विपक्ष के विरोध के संदर्भ में चंद्रशेखर ने कहा कि इंडी गठबंधन में चाहे वह ओवैसी हों या राहुल गांधी, उनका एक ही उद्देश्य है - एक समुदाय को गुमराह करना। जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पेश किया गया वक्फ संशोधन अधिनियम किसी के खिलाफ नहीं है।
उन्होंने बताया कि केरल में कई परिवार हैं जिनकी भूमि और संपत्ति को वक्फ द्वारा एकतरफा हड़प लिया गया है। वक्फ संशोधन बिल उन गतिविधियों पर रोक लगाएगा जो लोगों को उनकी संपत्तियों से दूर ले जा रही हैं।
भाजपा नेता ने कहा कि हाल ही में केरल कैथोलिक बिशप काउंसिल ने इस बिल का समर्थन किया है। उन्होंने कांग्रेस के सांसदों से आग्रह किया कि वे सुनिश्चित करें कि यह कानून संविधान के अनुरूप हो और लोगों के वास्तविक मुद्दों को संबोधित करे।