क्या रूस में बॉलीवुड का जादू अब भी कायम है? जानें भारतीय सिनेमा की लोकप्रियता के बारे में!
रूस में बॉलीवुड की बढ़ती लोकप्रियता
मुंबई, 5 दिसंबर। रूस में भारतीय सिनेमा की लोकप्रियता आज भी निरंतर बनी हुई है। चाहे वह मास्को की व्यस्त सड़कों की बात हो, सेंट पीटर्सबर्ग के ऐतिहासिक स्थलों की या कजान की सांस्कृतिक धरोहर की, भारतीय फिल्म प्रेमी हर जगह मौजूद हैं। 1990 के दशक में जब सोवियत संघ का विघटन हो रहा था, तब भारतीय फिल्मों ने रूस में तेजी से लोकप्रियता हासिल की। उस समय हॉलीवुड की फिल्मों के बीच भारतीय सिनेमा ने अपनी एक विशेष पहचान बनाई।
इन फिल्मों की जीवंत छवियां, भावनात्मक कथाएं और यादगार गाने रूसियों के दिलों में गहराई से बस गए हैं। आज के समय में भी भारतीय सिनेमा के प्रति यह प्रेम और भी मजबूत हो चुका है।
मास्को में बॉलीवुड के प्रशंसकों का उत्साह अद्भुत है। यहां कई फैन क्लब हैं, जहां लोग नियमित रूप से मिलकर अपनी पसंदीदा फिल्मों और सितारों पर चर्चा करते हैं। उदाहरण के लिए, 'मास्को बॉलीवुड फैन क्लब' हर महीने हिंदी फिल्मों का प्रदर्शन करता है और उन पर चर्चा करता है। इस क्लब में युवा और बुजुर्ग दोनों शामिल होते हैं। युवा सदस्य खासकर नए गानों और डांस स्टाइल पर ध्यान केंद्रित करते हैं, जबकि बुजुर्ग सदस्य पुराने सितारों और क्लासिक फिल्मों की यादें साझा करते हैं। यह न केवल फिल्मों के प्रति प्रेम को बढ़ावा देता है, बल्कि रूस और भारत के बीच सांस्कृतिक संबंधों को भी मजबूत करता है।
सेंट पीटर्सबर्ग में बॉलीवुड का प्रभाव कुछ अलग है। यहां लोग केवल फिल्मों का आनंद नहीं लेते, बल्कि बॉलीवुड के गानों और डांस का अभ्यास भी करते हैं। 'सेंट पीटर्सबर्ग डांस ग्रुप' इसका एक बेहतरीन उदाहरण है। यह समूह न केवल अपने शहर में, बल्कि अन्य रूसी शहरों में भी प्रदर्शन करता है। समूह के सदस्य बॉलीवुड गानों के डांस स्टेप्स का अभ्यास करते हैं। इन डांस ग्रुप्स के प्रदर्शन में रंग-बिरंगे कपड़े और जोश भरा अंदाज देखने को मिलता है, जो रूसियों में भारतीय संस्कृति के प्रति एक खास आकर्षण पैदा करता है।
कजान में बॉलीवुड का प्रेम और भी व्यापक रूप से देखने को मिलता है। यहां बॉलीवुड सिनेमा फेस्टिवल का आयोजन किया जाता है, जिसमें नए और पुराने दोनों तरह की भारतीय फिल्में दिखाई जाती हैं। इस फेस्टिवल में फिल्म प्रदर्शन के साथ-साथ कलाकारों की बातचीत, प्रश्न-उत्तर सत्र और संगीत कार्यक्रम भी होते हैं। उदाहरण के लिए, 2022 में आयोजित कजान बॉलीवुड फेस्टिवल में चार दिन तक विभिन्न फिल्मों की स्क्रीनिंग हुई और हजारों लोग शामिल हुए। फेस्टिवल में उपस्थित दर्शक न केवल फिल्मों का आनंद लेते हैं, बल्कि भारतीय भोजन और संस्कृति से भी परिचित होते हैं।
.png)