Movie prime

राजू वेड्स रामबाई का डिजिटल प्रीमियर, जानें कहानी और रिलीज़ की तारीख

निर्देशक सैलू काप्पाटी की फिल्म 'राजू वेड्स रामबाई' 18 दिसंबर 2025 को ETV Win पर डिजिटल प्रीमियर के लिए तैयार है। यह फिल्म एक भावनात्मक ग्रामीण प्रेम कहानी है, जिसमें राजू और रामबाई के बीच के रिश्ते की जटिलताओं को दर्शाया गया है। फिल्म ने सिनेमाघरों में सकारात्मक प्रतिक्रिया प्राप्त की है और अब यह OTT प्लेटफॉर्म पर दर्शकों के लिए उपलब्ध होगी। जानें इस दिलचस्प कहानी के बारे में और इसके विशेष पहलुओं के बारे में।
 
राजू वेड्स रामबाई का डिजिटल प्रीमियर, जानें कहानी और रिलीज़ की तारीख

राजू वेड्स रामबाई का डिजिटल प्रीमियर

निर्देशक सैलू काप्पाटी की रोमांटिक इमोशनल ड्रामा फिल्म 'राजू वेड्स रामबाई' अब डिजिटल प्लेटफॉर्म पर आने के लिए तैयार है। इस फिल्म ने सिनेमाघरों में सफल प्रदर्शन के बाद, 18 दिसंबर 2025 से ETV Win पर स्ट्रीमिंग शुरू करेगी। जो दर्शक इसे सिनेमा में नहीं देख पाए, वे अब अपने घरों में इस दिल को छू लेने वाली ग्रामीण प्रेम कहानी का आनंद ले सकेंगे।


फिल्म की कहानी और प्रदर्शन

21 नवंबर को सिनेमाघरों में रिलीज़ हुई 'राजू वेड्स रामबाई' को समीक्षकों और दर्शकों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली। फिल्म की भावनात्मक कहानी, संबंधित पात्रों और वास्तविक प्रदर्शन के लिए इसकी सराहना की गई। इसकी सरल कथा और मजबूत भावनात्मक आधार ने इसे परिवारों और रोमांस प्रेमियों के बीच लोकप्रिय बना दिया।


OTT रिलीज़ की तारीख और प्लेटफॉर्म

राजू वेड्स रामबाई के डिजिटल स्ट्रीमिंग अधिकार ETV Win द्वारा खरीदे गए हैं, जिससे यह एक व्यापक दर्शकों के लिए उपलब्ध होगी। 18 दिसंबर को इसकी OTT रिलीज़ उन दर्शकों को आकर्षित करने की उम्मीद है जो सामाजिक मुद्दों से जुड़ी वास्तविक प्रेम कहानियों का आनंद लेते हैं। क्षेत्रीय सिनेमा में बढ़ती रुचि के साथ, फिल्म का डिजिटल डेब्यू इसे एक नई पहचान दिला सकता है।


कहानी का सारांश

कहानी में राजू (अखिल राज) एक खुशमिजाज युवक है जो इलंदु के पास एक छोटे से गांव में रहता है। वह अपने माता-पिता के साथ पारंपरिक बैंड ट्रूप चलाता है। राजू की प्रेमिका रामबाई (तेजस्विनी) है, जो एक सरकारी अस्पताल में काम करने वाले वेणकटन्ना (चैतू जोंनालगड्डा) की बेटी है। जैसे-जैसे उनका रिश्ता बढ़ता है, रामबाई के पिता इस रिश्ते का विरोध करते हैं, जिससे दोनों परिवारों में भावनात्मक संघर्ष उत्पन्न होता है।


फिल्म की विशेषताएँ

फिल्म में नए कलाकारों ने स्वाभाविक और भावनात्मक रूप से परिपक्व प्रदर्शन दिया है। निर्देशक सैलू काप्पाटी ने वास्तविक जीवन की घटनाओं से प्रेरित होकर इस कहानी को ईमानदारी से प्रस्तुत किया है। पहले भाग में हल्का और आकर्षक स्वर है, जबकि दूसरा भाग थोड़ी धीमी गति से चलता है, लेकिन एक शक्तिशाली क्लाइमेक्स की ओर ले जाता है। वाजिद बेग की सिनेमैटोग्राफी ग्रामीण जीवन को खूबसूरती से कैद करती है, और सुरेश बोब्बिली का संगीत फिल्म की भावनात्मक गहराई को बढ़ाता है।


फिल्म का ट्रेलर


OTT