Scam 2003 Review: फल बेचने वाला कैसे बना करोड़ों के घोटाले का मास्टरमाइंड, तेलगी बन छाए गगन
1 सितम्बर। स्कैम 2003... कुछ समय पहले 'स्कैम 1992' ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज हुई थी। हर्षद मेहता स्कैम पर आधारित इस वेब सीरीज ने ओटीटी जगत को हिलाकर रख दिया था। अब 'स्कैम 2003' आ गई है। साल 2003 में हुए घोटाले पर आधारित यह वेब सीरीज सोनी लिव पर स्ट्रीम हो रही है। 'स्कैम 1992' की तरह 'स्कैम 2003' भी आम आदमी की मामूली शुरुआत से ऊपर उठने की कहानी दिखाती है। आइए जानते हैं इस वेब सीरीज के बारे में अच्छी और बुरी बातें। रिव्यू के अंत में हम आपको यह भी बताएंगे कि यह 'स्कैम 1992' को टक्कर दे पाएगा या नहीं। हमारी समीक्षा पढ़ें।
ऐसी है वेब सीरीज की कहानी
यह पूरी कहानी अब्दुल करीम (गगन देव रियार) के इर्द-गिर्द घूमती है। अब्दुल करीम को पैसे कमाने का नहीं बल्कि पैसे कमाने का शौक है। लेकिन किस्मत उनका साथ नहीं देती। बीकॉम करने के बाद भी वह ट्रेन में तरह-तरह के नारे लगाकर फल बेचने का काम करते हैं। हालाँकि, उसकी किस्मत तब चमकती है जब ट्रेन में यात्रा कर रहे एक व्यापारी की नज़र उस पर पड़ती है। वह सेठ उसे मुंबई आने का बहाना देता है और उसकी किस्मत उसे मुंबई से दुबई ले जाती है। पैसा कमाने के लिए वह फर्जी दस्तावेजों पर युवाओं को दुबई भेजने का धंधा शुरू करता है और पकड़ा जाता है। लेकिन, उसके कदम यहीं नहीं रुकते, पैसा कमाने के लिए वह बिना किसी डर के एक के बाद एक हिम्मत करता जाता है और फिर...।
यह है सीरीज की खास बात
यह वेब सीरीज संजय सिंह की किताब 'तेल्गी स्कैम: रिपोर्टर्स डायरी' पर आधारित है। इस सीरीज की सबसे खास बात इसका म्यूजिक है। मेकर्स ने 'स्कैम 1992' में इस्तेमाल किए गए टाइटल म्यूजिक को इस सीरीज में भी रखा है। इस शीर्षक संगीत के कारण कहानी जीवंत हो उठती है। टाइटल सॉन्ग सुनते ही हर्षद मेहता याद आ जाता है और तेलगी की आगे की कहानी देखने का मन करता है। वहीं अब्दुल करीम के किरदार में गगन देव रियार की एक्टिंग सोने पर सुहागा का काम करती है। उनका लुक, उनके एक्सप्रेशन और उनका बोलने का अंदाज सब परफेक्ट लग रहा है। उनकी एक्टिंग को देखने के बाद यह बात तो निश्चित तौर पर कही जा सकती है कि प्रतीक गांधी के किरदार में हर्षद मेहता की तरह भविष्य में उनकी डिमांड भी बढ़ सकती है। एक्टिंग और म्यूजिक के अलावा सीरीज के डायलॉग्स भी कमाल के हैं।
यहां खा गई मात
अच्छी एक्टिंग, म्यूजिक और डायलॉग्स के बावजूद 'स्कैम 2003' 'स्कैम 1992' जैसी छाप नहीं छोड़ पाई। दरअसल, वेब सीरीज की कहानी दमदार नहीं लग रही थी। 'स्कैम 1992' का सीक्वल होने के कारण इस वेब सीरीज से उम्मीदें बढ़ गई थीं। हर कोई 'स्कैम 2003' से उसी क्राइम-थ्रिलर ड्रामा की उम्मीद कर रहा था। लेकिन, 'स्कैम 2003' से रोमांच गायब है। रोमांच की कमी के कारण कहानी कुछ जगहों पर उबाऊ लगने लगी। दरअसल, सीरीज के सिर्फ पांच एपिसोड हैं। लेकिन, ये पांच एपिसोड भी लंबे लगने लगे। इन्हें थोड़ा और मज़ेदार बनाया जा सकता था।
देखें या नहीं?
गगन देव की एक्टिंग लाजवाब है। लेकिन, बोरिंग कहानी के कारण मेकर्स तेलगी में हर्षद मेहता जैसा आकर्षण पैदा करने में नाकाम रहे। हालाँकि, इस सीरीज़ को एक बार देखा जा सकता है। इस वीकेंड को ओटीटी प्लेटफॉर्म के उभरते सितारे गगन देव अभिनीत 'स्कैम 2003' के साथ बिताया जा सकता है।
वेब सीरीज- स्कैम 2003: द टेल्गी स्टोरी
कलाकार- गगन देव रियार, सना अमीन शेख
निर्देशक - तुषार हीरानंदानी और हंसल मेहता
ओटीटी प्लेटफॉर्म - सोनी लिव
एपिसोड - 5