2025 में हॉरर फिल्मों का धमाल: कौन सी फिल्में बनीं दर्शकों की पसंद?
हॉरर फिल्मों का साल 2025
नई दिल्ली, 27 दिसंबर। वर्ष 2025 हॉरर फिल्म प्रेमियों के लिए एक विशेष वर्ष रहा। इस दौरान कई बेहतरीन हॉरर फिल्में प्रदर्शित हुईं, जिनमें नई कहानियों के साथ-साथ लोकप्रिय फ्रेंचाइजी की वापसी ने दर्शकों को रोमांचित किया। साइको-थ्रिलर से लेकर अलौकिक और लोककथाओं पर आधारित फिल्मों का एक अद्भुत मिश्रण देखने को मिला।
इस वर्ष हॉरर जॉनर ने बॉक्स ऑफिस और ओटीटी प्लेटफार्मों पर जबरदस्त सफलता हासिल की। दर्शकों ने डरावने दृश्यों का आनंद लिया और कई फिल्में चर्चा का विषय बनीं। दक्षिण भारतीय फिल्मों में लोककथाओं और परंपराओं पर आधारित कहानियों ने दर्शकों को आकर्षित किया। कुल मिलाकर, यह हॉरर जॉनर के लिए एक शानदार वर्ष रहा, जहां नई और पुरानी फ्रेंचाइजी ने दर्शकों को डराने में सफलता पाई।
साल की शुरुआत 11 अप्रैल 2025 को अमेजन प्राइम वीडियो पर 'छोरी 2' के साथ हुई। नुसरत भरूचा और सोहा अली खान की इस फिल्म ने पहले भाग की तरह अलौकिक तत्वों और मनोवैज्ञानिक डर से दर्शकों को बांधे रखा। एक मां की अपनी बेटी को बचाने की लड़ाई और भयावह शक्तियों का सामना करने वाली कहानी ने खूब सराहना बटोरी। यह फिल्म हॉरर में सामाजिक संदेश को जोड़ने के लिए जानी गई।
1 मई को 'द भूतनी' थिएटर में रिलीज हुई। संजय दत्त, मौनी रॉय, सनी सिंह और पलक तिवारी की इस हॉरर-कॉमेडी ने कॉलेज कैंपस में वर्जिन ट्री पर रहने वाली भूतनी की कहानी को पेश किया। यह फिल्म दर्शकों को हंसाने के साथ-साथ डराने में भी सफल रही, हालांकि कुछ ने इसे हॉरर से ज्यादा कॉमेडी बताया।
काजोल की 'मां' 27 जून को प्रदर्शित हुई। यह एक मिथोलॉजिकल हॉरर फिल्म थी, जिसमें काजोल एक मां की भूमिका में थीं, जो अपनी बेटी को बचाने के लिए देवी काली का रूप धारण करती हैं। डेमोनिक कर्स और गांव की लोककथाओं पर आधारित इस फिल्म ने मातृत्व और अलौकिकता का अद्भुत मिश्रण प्रस्तुत किया। काजोल की अदाकारी की प्रशंसा की गई।
हैलोवीन के मौके पर 31 अक्टूबर को मलयालम हॉरर थ्रिलर 'डाइस इरा' रिलीज हुई। प्रणव मोहनलाल की इस फिल्म ने एक अमीर आर्किटेक्ट की जिंदगी में घटित अलौकिक घटनाओं की कहानी को दर्शाया। यह फिल्म 5 दिसंबर को जियो हॉटस्टार पर स्ट्रीम हुई और साल की सबसे सफल हॉरर फिल्मों में शामिल हुई।
7 नवंबर को नेटफ्लिक्स पर 'बारामूला' रिलीज हुई। मानव कौल और भाषा सुम्बली की इस सुपरनैचुरल थ्रिलर ने कश्मीर के बारामूला में बच्चों के गायब होने की जांच पर आधारित कहानी को पेश किया। पुलिस ऑफिसर के घर में छुपे राज और कश्मीरी पंडित से प्रेरित तत्वों ने इसे गहराई दी। इसकी अनोखी कहानी और डरावने दृश्य इसे खास बनाते हैं।
इसके अलावा, 'थामा' जैसी हॉरर फिल्म ने भी इस साल में अपनी छाप छोड़ी। आयुष्मान खुराना और रश्मिका मंदाना की इस फिल्म में भी हल्के अंदाज में हॉरर का तड़का देखने को मिला।
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