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2025 में बॉलीवुड की सच्ची कहानियों का जादू: कौन सी फिल्में बनीं हिट?

वर्ष 2025 में बॉलीवुड ने सच्ची घटनाओं पर आधारित कई बेहतरीन फिल्में पेश कीं, जो दर्शकों के दिलों में बस गईं। कंगना रनौत की 'इमरजेंसी' से लेकर विक्की कौशल की 'छावा' तक, इन फिल्मों ने न केवल मनोरंजन किया बल्कि कई रिकॉर्ड भी तोड़े। जानें इन फिल्मों की कहानियाँ और उनके पीछे की सच्चाई।
 
2025 में बॉलीवुड की सच्ची कहानियों का जादू: कौन सी फिल्में बनीं हिट?

बॉलीवुड की सच्ची घटनाओं पर आधारित फिल्में


मुंबई, 30 दिसंबर। वर्ष 2025 बॉलीवुड के लिए एक विशेष वर्ष रहा, जिसमें कई फिल्में वास्तविक घटनाओं और ऐतिहासिक शख्सियतों की जीवनी पर आधारित थीं। ये फिल्में न केवल दर्शकों का मनोरंजन करने में सफल रहीं, बल्कि कई रिकॉर्ड भी तोड़े। इस साल सच्ची घटनाओं पर आधारित फिल्मों की एक लंबी सूची सामने आई।


इस वर्ष, बॉलीवुड ने सच्चाई की शक्ति को पर्दे पर जीवंत किया। 'इमरजेंसी' में कंगना रनौत ने इंदिरा गांधी के समय की उथल-पुथल को दर्शाया, जबकि 'छावा' में विक्की कौशल ने मराठा योद्धा संभाजी की भूमिका निभाई। 'स्काई फोर्स' ने हवाई हमलों की वीरता को प्रदर्शित किया, और 'द डिप्लोमैट' ने राजनयिक साहस की कहानी को बुनने का प्रयास किया। 'केसरी चैप्टर 2' ने जलियांवाला बाग की अनकही कहानी को उजागर किया, जबकि '120 बहादुर' ने रेजांगला के शहीदों को श्रद्धांजलि दी। 'फुले' ने सामाजिक सुधारकों की प्रेरणा दी और 'होमबाउंड' ने कोविड के समय की चुनौतियों को बखूबी पेश किया।


इमरजेंसी: इस साल की शुरुआत 'इमरजेंसी' से हुई, जो 17 जनवरी को रिलीज हुई। कंगना रनौत द्वारा निर्देशित इस फिल्म में इंदिरा गांधी के जीवन और 1975-77 के आपातकाल की कहानी दिखाई गई। कंगना ने इंदिरा गांधी का किरदार निभाया, जबकि अनुपम खेर और श्रेयस तलपड़े जैसे कलाकारों ने भी महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाईं। यह फिल्म राजनीतिक ड्रामा के रूप में विवादों में रही, लेकिन इसे इतिहास के काले दौर को दिखाने के लिए सराहा गया।


स्काई फोर्स: 24 जनवरी को रिलीज हुई 'स्काई फोर्स' में अक्षय कुमार और वीर पहाड़िया ने मुख्य भूमिकाएं निभाईं। यह फिल्म 1965 के भारत-पाक युद्ध में भारतीय वायुसेना के पहले हवाई हमले पर आधारित है। सारा अली खान और निमरत कौर भी इस फिल्म में महत्वपूर्ण भूमिकाओं में हैं। फिल्म ने वायुसेना के बहादुरों की वीरता को सलाम किया और इसे काफी सराहा गया।


छावा: मराठा साम्राज्य की वीरता को दर्शाने वाली फिल्म 'छावा' 14 फरवरी को रिलीज हुई। विक्की कौशल ने छत्रपति संभाजी महाराज की भूमिका निभाई, जबकि रश्मिका मंदाना उनकी पत्नी के रूप में नजर आईं। यह फिल्म शिवाजी सावंत के उपन्यास पर आधारित है और इसमें भव्य युद्ध दृश्यों के साथ-साथ दमदार अभिनय की झलक देखने को मिली।


द डिप्लोमैट: जॉन अब्राहम की 'द डिप्लोमैट' 14 मार्च को आई। यह फिल्म उज्मा अहमद की सच्ची कहानी पर आधारित है, जिसमें एक भारतीय महिला को पाकिस्तान में जबरन शादी के बाद भारतीय राजनयिक द्वारा बचाया जाता है। यह राजनीतिक थ्रिलर कूटनीति और साहस के साथ कहानी को प्रस्तुत करती है।


केसरी चैप्टर 2: जलियांवाला बाग की अनकही कहानी 'केसरी चैप्टर 2' 18 अप्रैल को रिलीज हुई। अक्षय कुमार ने सी. शंकरन नायर की भूमिका निभाई, जो जलियांवाला बाग हत्याकांड के बाद ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ अदालत में लड़े थे। यह फिल्म 1919 के नरसंहार की अनकही कहानी और न्याय की लड़ाई को दर्शाती है।


फुले: 19वीं सदी के समाज सुधारक ज्योतिराव फुले और उनकी पत्नी सावित्रीबाई फुले के जीवन पर आधारित 'फुले' 25 अप्रैल को रिलीज हुई। इस फिल्म में प्रतीक गांधी ने ज्योतिराव और पत्रलेखा ने सावित्रीबाई की भूमिका निभाई है। यह जोड़ा जाति भेदभाव, महिलाओं की शिक्षा और विधवा पुनर्विवाह जैसे मुद्दों पर लड़ाई लड़ता है।


हरि हर वीरा मल्लु: पवन कल्याण की 'हरि हर वीरा मल्लु' 24 जुलाई को रिलीज हुई। यह फिल्म 17वीं सदी के योद्धा वीर मल्लु की कहानी है, जो मुगलों से कोहिनूर हीरा चुराने की साहसिक यात्रा पर निकलता है।


द बंगाल फाइल्स: हिंदू नरसंहार पर आधारित 'द बंगाल फाइल्स' का निर्देशन विवेक रंजन अग्निहोत्री ने किया है। यह फिल्म 1946 के डायरेक्ट एक्शन डे, ग्रेट कलकत्ता किलिंग्स और नोआखाली दंगों पर आधारित है।


120 बहादुर: फरहान अख्तर की '120 बहादुर' 21 नवंबर को रिलीज हुई। फिल्म में फरहान ने मेजर शैतान सिंह की भूमिका निभाई, जो 1962 के भारत-चीन युद्ध में रेजांग ला की लड़ाई में शहीद हुए थे।


हक: यामी गौतम और इमरान हाशमी की 'हक' 7 नवंबर को रिलीज हुई। यह कोर्टरूम ड्रामा शाह बानो बेगम केस से प्रेरित है।


होमबाउंड: ईशान खट्टर, जान्हवी कपूर और विशाल जेठवा की 'होमबाउंड' कोविड 19 लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों की संघर्षपूर्ण यात्रा पर आधारित है।


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