सनस्क्रीन से जुड़ी ये 5 गलतियाँ आपकी त्वचा को कर सकती हैं नुकसान!

सनस्क्रीन की अहमियत
Avoid These 5 Sunscreen Mistakes (social media)
Avoid These 5 Sunscreen Mistakes (social media)
सनस्क्रीन की गलतियाँ: त्वचा की सुरक्षा के लिए सनस्क्रीन का उपयोग करना अत्यंत आवश्यक है। फिर भी, कई लोग इसे अपनी दैनिक स्किनकेयर रूटीन में शामिल नहीं करते हैं। कुछ का मानना है कि घर के अंदर रहने या धूप न होने पर सनस्क्रीन लगाने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन यह लापरवाही धीरे-धीरे उनकी त्वचा को नुकसान पहुंचा सकती है, जिससे टैनिंग, काले धब्बे, त्वचा का रंग बदलना, झुर्रियाँ और स्किन बैरियर कमजोर हो सकता है।
सनस्क्रीन से जुड़ी 5 सामान्य गलतियाँ
आइए जानते हैं वो 5 गलतियाँ जो सनस्क्रीन को लेकर हम करते हैं।
मेलानिन से सुरक्षा का गलत अनुमान
डॉक्टरों के अनुसार, भारतीय त्वचा में स्वाभाविक रूप से मेलानिन की मात्रा अधिक होती है, जो कुछ हद तक धूप से सुरक्षा प्रदान करती है, लेकिन यह सुरक्षा केवल SPF 13 के बराबर होती है, जो पर्याप्त नहीं है। सही तरीका यह है कि हर सुबह, चाहे आप घर पर हों या बाहर जाने का प्लान हो, एक अच्छी गुणवत्ता का ब्रॉड-स्पेक्ट्रम सनस्क्रीन लगाना चाहिए, जिसमें कम से कम SPF 30 हो और जो त्वचा पर सफेद निशान न छोड़े।
बादल वाले दिन या घर के अंदर सनस्क्रीन न लगाना
UVA किरणें जो उम्र बढ़ने और पिग्मेंटेशन का कारण बनती हैं, ये बादलों और शीशे के आर-पार जा सकती हैं। ऐसे में हल्के और नॉन-ग्रीसी सनस्क्रीन का उपयोग करें, जो आपके मेकअप के नीचे भी आसानी से लग सके। यदि आप ऑफिस और बाहर की धूप के बीच आते-जाते हैं, तो बार-बार सनस्क्रीन लगाना न भूलें।
एक बार लगाने के बाद दोबारा न लगाना
कई लोग सुबह एक बार सनस्क्रीन लगाकर पूरे दिन के लिए निश्चिंत हो जाते हैं, लेकिन पसीना और ऑयल के कारण सनस्क्रीन का प्रभाव कुछ घंटों में खत्म हो जाता है। ऐसे में जब भी आप बाहर हों तो हर 3-4 घंटे में दोबारा सनस्क्रीन लगाएं। स्किन का अतिरिक्त ऑयल हटाने के लिए ब्लॉटिंग पेपर या फेस पाउडर का उपयोग करें और फिर सनस्क्रीन दोबारा लगाएं।
मौसम और स्किन टाइप के अनुसार गलत टेक्सचर का चुनाव
गर्मी और प्रदूषण में भारी या चिपचिपा सनस्क्रीन स्किन के पोर्स को ब्लॉक कर सकता है, जिससे दाने और ब्रेकआउट हो सकते हैं। ऐसे में आपको नॉन-कॉमेडोजेनिक, फ्रेगरेंस-फ्री और स्वेट-रेसिस्टेंट सनस्क्रीन का उपयोग करना चाहिए, जिनका टेक्सचर जेल या लिक्विड हो। ये आसानी से स्किन में समा जाते हैं और चिपचिपाहट नहीं छोड़ते।
केवल मेकअप में मौजूद SPF पर निर्भर रहना
कई लोग मानते हैं कि SPF वाले फाउंडेशन या क्रीम लगाने से उन्हें धूप से पूरी सुरक्षा मिल जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं होता है क्योंकि पूरे SPF लाभ के लिए मेकअप की बहुत अधिक मात्रा लगानी पड़ती है, जो सामान्य नहीं है। इसलिए, मेकअप से पहले हमेशा एक अलग सनस्क्रीन लगाना चाहिए और फिर बाकी प्रोडक्ट्स का उपयोग करना चाहिए। मेकअप केवल अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान करता है।
सन डैमेज धीरे-धीरे होता है, इसलिए यदि आप चाहते हैं कि आपकी त्वचा स्वस्थ, चमकदार और युवा बनी रहे, तो रोजाना सही तरीके से सनस्क्रीन लगाना बहुत जरूरी है। अपनी स्किन टाइप के अनुसार, एक अच्छा सनस्क्रीन चुनें और उसे अपनी मॉर्निंग स्किनकेयर रूटीन का हिस्सा बनाएं।