Movie prime

शाहरुख खान का 60वां जन्मदिन: जानें उनके जीवन की अनसुनी कहानियाँ

बॉलीवुड के किंग खान, शाहरुख खान, आज 60 साल के हो गए हैं। उनके जन्मदिन के अवसर पर, हम उनके जीवन की कुछ अनसुनी कहानियों पर नजर डालते हैं। शाहरुख ने टेलीविजन से अपने करियर की शुरुआत की और 'दीवाना' जैसी फिल्मों से दर्शकों के दिलों में जगह बनाई। जानें उनके परिवार, टेलीविजन डेब्यू और फिल्मी सफर के बारे में।
 
शाहरुख खान का 60वां जन्मदिन: जानें उनके जीवन की अनसुनी कहानियाँ

शाहरुख खान का जन्मदिन

बॉलीवुड के 'किंग खान' के नाम से मशहूर शाहरुख खान आज, 02 नवंबर को अपने 60वें जन्मदिन का जश्न मना रहे हैं। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत टेलीविजन धारावाहिकों से की और बाद में फिल्मों की दुनिया में कदम रखा। उनकी पहली फिल्म 'दीवाना' थी, जो उनके लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुई। तीन दशकों से अधिक समय से, शाहरुख खान हिंदी सिनेमा के सबसे प्रिय सितारों में से एक बने हुए हैं। आइए, उनके जन्मदिन के अवसर पर उनके जीवन से जुड़ी कुछ दिलचस्प जानकारियों पर नजर डालते हैं...


जन्म और पारिवारिक पृष्ठभूमि

शाहरुख खान का जन्म 02 नवंबर 1965 को दिल्ली में हुआ। उनके पिता का नाम ताज मोहम्मद खान और मां का नाम लतीफ फातिमा है। आज जबकि वह एक सफल अभिनेता हैं, एक समय ऐसा भी था जब उन्होंने टिकट बेचने का काम किया। शाहरुख ने कभी कश्मीर नहीं देखा, क्योंकि उनके पिता चाहते थे कि वह वहां जाएं।


टेलीविजन में शुरुआत

शाहरुख खान को पहले टेलीविजन शो 'दिल दरिया' में एक भूमिका मिली थी, लेकिन इस शो के प्रसारण में देरी के कारण उनका डेब्यू 'फौजी' से हुआ। अभिनय में आने से पहले, शाहरुख भारतीय सेना में शामिल होना चाहते थे। इसके बाद उन्होंने 'वागले की दुनिया', 'उम्मीद' और 'महान कर्ज' जैसे धारावाहिकों में छोटे-छोटे रोल किए।


फिल्मी करियर की शुरुआत

शाहरुख खान को हेमा मालिनी की निर्देशित फिल्म 'दिल आशना है' से पहला ब्रेक मिला, लेकिन उनकी असली शुरुआत फिल्म 'दीवाना' से हुई, जो जून 1992 में रिलीज हुई थी। इसके बाद उन्होंने 'राजू बन गया जेंटलमैन', 'माया मेमसाब', 'किंग अंकल', 'चमत्कार', 'बाजीगर' और 'डर' जैसी फिल्मों में काम किया। फिल्म 'डर' का डायलॉग 'आई लव यू क..क..किरण' बेहद लोकप्रिय हुआ।


सफलता की ओर

1994 में, शाहरुख खान ने 'कभी हां कभी ना' फिल्म की, और पहले दिन मुंबई के एक सिनेमाघर में टिकट भी बेचे। इसके बाद उनकी ब्लॉकबस्टर फिल्म 'दिल वाले दुल्हनिया ले जाएंगे' आई, जिसने उन्हें एक रोमांटिक आइकन बना दिया। 90 के दशक के अंत तक, वह युवाओं के बीच एक सनसनी बन चुके थे और भारतीय सिनेमा में रोमांस के प्रतीक के रूप में जाने जाने लगे।


OTT