Movie prime

बोनी कपूर ने याद किया 1986 का हड़ताल का दौर, वैष्णो देवी की यात्रा का किस्सा साझा किया

बोनी कपूर ने हाल ही में 1986 की फिल्म इंडस्ट्री की हड़ताल के दौरान वैष्णो देवी की यात्रा का एक दिलचस्प किस्सा साझा किया। उन्होंने अपने सहकर्मियों के साथ इस यात्रा के अनुभव को याद किया, जिसमें उन्होंने प्रार्थना की थी कि हड़ताल समाप्त हो जाए और इंडस्ट्री फिर से सक्रिय हो सके। इस यात्रा के बाद 'होप 86' नामक चैरिटी शो का आयोजन किया गया था, जिसमें वर्कर्स की मदद के लिए धन जुटाया गया। जानें इस महत्वपूर्ण घटना के बारे में और कैसे इसने फिल्म इंडस्ट्री को प्रभावित किया।
 
बोनी कपूर ने याद किया 1986 का हड़ताल का दौर, वैष्णो देवी की यात्रा का किस्सा साझा किया

बोनी कपूर की यादें: हड़ताल के समय की यात्रा




मुंबई, 1 नवंबर। प्रसिद्ध फिल्म निर्माता और प्रोड्यूसर बोनी कपूर ने हाल ही में सोशल मीडिया पर उस समय को याद किया जब फिल्म इंडस्ट्री में हड़ताल चल रही थी और सेट पर ताले लगे हुए थे।


उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक तस्वीर साझा की, जिसमें वे घोड़े पर सवार होकर अपने सहकर्मियों के साथ वैष्णो देवी की यात्रा पर जाते हुए दिखाई दे रहे हैं।


बोनी ने तस्वीर के कैप्शन में लिखा, "1986 में जब फिल्म इंडस्ट्री में हड़ताल थी और सभी सेट बंद थे, तब हम वैष्णो देवी के दर्शन के लिए निकले थे। इस यात्रा के बाद जब इंडस्ट्री फिर से शुरू हुई, तो सिने वर्कर्स की सहायता के लिए 'होप 86' शो का आयोजन किया गया।"


उन्होंने बताया कि तस्वीर में उनके साथ फिल्म इंडस्ट्री के कई साथी कलाकार हैं, जैसे पद्मिनी, अशोक, पूनम, सुरेश (नायडू) बाबू और अन्य। उन्होंने कहा, "हम सब पहाड़ चढ़कर माता वैष्णो देवी से प्रार्थना कर रहे थे कि हड़ताल समाप्त हो जाए, इंडस्ट्री फिर से सक्रिय हो जाए, सभी फिल्मों का काम आगे बढ़े, और एसोसिएशन के सदस्यों को उनके मेहनताने में उचित बढ़ोतरी मिले।"


1986 में एक समय ऐसा भी आया जब महाराष्ट्र सरकार ने फिल्म टिकटों पर भारी टैक्स लगा दिया था। इस पर मनोरंजन जगत के कई प्रमुख हस्तियों ने इसे अन्याय मानते हुए सड़कों पर उतरने का निर्णय लिया, जिनमें राज कपूर, देव आनंद, दिलीप कुमार, अमिताभ बच्चन, धर्मेंद्र, राजेश खन्ना, हेमा मालिनी, जावेद अख्तर, शबाना आजमी, और रणधीर कपूर शामिल थे।


हड़ताल के कारण पूरे मनोरंजन क्षेत्र को भारी नुकसान उठाना पड़ा था, जिससे लगभग 200 फिल्मों की शूटिंग रुक गई थी। डेढ़ लाख वर्कर्स बेरोजगार हो गए थे और स्टूडियो खाली हो गए थे। यह स्थिति विदेशों तक फैल गई थी।


मामले को सुलझाने के लिए एक समिति का गठन किया गया। अंततः सरकार ने टैक्स को 15 करोड़ से घटाकर 5 करोड़ रुपए किया। हड़ताल समाप्त हुई, लेकिन नुकसान बहुत अधिक था। इंडस्ट्री ने एकजुटता दिखाई और 'होप 86' नामक एक भव्य चैरिटी शो का आयोजन किया।


इस शो में सितारों ने वर्कर्स की मदद के लिए धन जुटाया, हालांकि सभी कलाकार इससे संतुष्ट नहीं थे। कुछ को हड़ताल से अधिक नुकसान हुआ, जिससे सितारों के बीच मनमुटाव बढ़ा।


OTT