क्या है 'रंग बरसे' गाने की जादुई कहानी? जानें इस होली के अनमोल गीत के बारे में!
होली का रंगीन जश्न
जब होली का त्योहार आता है, तो चारों ओर रंगों की छटा बिखर जाती है। यह पर्व मस्ती, गुलाल, गुजिया और नृत्य-गान के बिना अधूरा सा लगता है। खासकर बॉलीवुड के सदाबहार होली गाने इस उत्सव की खुशी को दोगुना कर देते हैं। उनमें से एक गाना, जो हर साल होली पर गूंजता है और लोगों को थिरकने पर मजबूर कर देता है, वह है 'रंग बरसे भीगे चुनर वाली'। यह गाना केवल एक गीत नहीं है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति, परंपरा और संगीत की एक अनमोल धरोहर है।
'रंग बरसे' का इतिहास
फिल्म 'सिलसिला' का यह गाना आज भी हर पीढ़ी के दिल के करीब है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस गाने की जड़ें 15वीं शताब्दी के भजनों में हैं? 'रंग बरसे' मूलतः एक पारंपरिक भजन से प्रेरित था, जो समय के साथ एक फिल्मी गीत में बदल गया। इसके बोल प्रसिद्ध कवि डॉ. हरिवंश राय बच्चन द्वारा लिखे गए थे। उन्होंने भारतीय लोकगीतों की मिठास को बनाए रखते हुए इस गीत को एक नई पहचान दी। संगीतकार शिव-हरि (शिवकुमार शर्मा और हरि प्रसाद चौरसिया) ने इसे अपनी धुनों से सजाया।
देबज्योति मिश्रा की अनोखी कहानी
प्रसिद्ध संगीतकार देबज्योति मिश्रा ने इस गीत से जुड़ी एक दिलचस्प कहानी साझा की। उन्होंने बताया कि कोलकाता के टॉलीगंज में, जहां वे रहते थे, गैर-बंगाली समुदाय होली के अवसर पर पारंपरिक भजन गाते थे। जब उन्होंने पहली बार 'रंग बरसे' सुना, तो उन्हें लगा कि यह भजन की धुन से मेल खाता है। बाद में जब उन्होंने इसे फिल्म 'सिलसिला' में देखा, तो वे यह देखकर हैरान रह गए कि इस पारंपरिक धुन को कितनी खूबसूरती से फिल्म में प्रस्तुत किया गया था।
'रंग बरसे' की खासियत
'रंग बरसे' केवल एक फिल्मी गाना नहीं है, बल्कि यह भारतीय लोक संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है। अमिताभ बच्चन की गहरी आवाज और उनकी ऑन-स्क्रीन ऊर्जा ने इस गाने को और भी यादगार बना दिया। रेखा और जया बच्चन के साथ उनकी केमिस्ट्री ने इस गाने को सिनेमा के इतिहास में एक अमिट दृश्य बना दिया। उनके बोल सीधे दिल में उतरते हैं और संगीत सुनते ही मन थिरकने लगता है। यही वजह है कि यह गीत दशकों से होली का प्रतीक बन गया है। चाहे कोई भी पीढ़ी हो, 'रंग बरसे' गाना बजते ही लोग खुद को नाचने से नहीं रोक पाते।
आज भी है 'रंग बरसे' की धूम
समय बदल गया है, संगीत के रुझान भी बदल गए हैं, लेकिन 'रंग बरसे' की लोकप्रियता आज भी वैसी ही है। बॉलीवुड ने समय के साथ कई होली गीत बनाए हैं, लेकिन यह गाना हर बार शीर्ष पर रहता है। होली पार्टी हो या दोस्तों का मिलन, रंगों का यह त्योहार तब तक अधूरा लगता है जब तक 'रंग बरसे' गाना न बजे।