क्या हैं माया सभ्यता के रहस्यमयी पिरामिड? जानें उनकी अद्भुत वास्तुकला और इतिहास
माया सभ्यता का इतिहास

Maya Pyramids (फोटो साभार- सोशल मीडिया)
Maya Pyramids (फोटो साभार- सोशल मीडिया)
माया सभ्यता का परिचय: माया सभ्यता, मध्य अमेरिका की एक प्राचीन और उन्नत सभ्यता थी, जिसने कई भव्य पिरामिडों का निर्माण किया। ये पिरामिड न केवल धार्मिक कार्यों के लिए बनाए गए थे, बल्कि सामाजिक और राजनीतिक शक्ति के प्रतीक भी थे।
माया सभ्यता का विस्तार
माया सभ्यता का परिचय

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)
यह सभ्यता मैक्सिको, ग्वाटेमाला, बेलीज, होंडुरास और एल सल्वाडोर में फैली हुई थी और इसका अस्तित्व 2000 ईसा पूर्व से लेकर 16वीं शताब्दी तक रहा।
माया पिरामिडों की वास्तुकला
माया पिरामिडों का निर्माण और वास्तुकला
माया पिरामिडों की संरचना मिस्र के पिरामिडों से भिन्न थी। ये धार्मिक अनुष्ठानों और खगोलीय गणनाओं के लिए बनाए गए थे।
माया पिरामिडों की विशेषताएँ

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)
ये पिरामिड आमतौर पर 30 से 75 मीटर ऊँचे होते थे और इनमें अनुष्ठान के लिए मंदिर या वेदी होती थी।
प्रमुख माया पिरामिड
प्रमुख माया पिरामिड और उनके महत्व
माया सभ्यता ने कई महत्वपूर्ण पिरामिडों का निर्माण किया, जिनमें से कुछ आज भी संरक्षित हैं।

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)
(1) चिचेन इट्ज़ा: यह पिरामिड कुकुलकन के नाम से भी जाना जाता है और इसकी 365 सीढ़ियाँ साल के 365 दिनों का प्रतीक हैं।
माया पिरामिडों का धार्मिक महत्व
माया पिरामिडों का धार्मिक महत्व
माया सभ्यता में पिरामिडों का धार्मिक महत्व था। यहाँ बलिदान और अनुष्ठान किए जाते थे।
(1) बलिदान और अनुष्ठान: माया लोग अपने देवताओं को प्रसन्न करने के लिए मानव बलिदान करते थे।
(2) खगोलीय गणना: पिरामिडों को इस तरह से बनाया गया था कि वे खगोलीय घटनाओं के अनुसार हों।
माया सभ्यता का पतन
माया सभ्यता का पतन और पिरामिडों की खोज
माया सभ्यता का पतन कई कारणों से हुआ, जैसे सूखा, युद्ध और स्पेनिश आक्रमण। 19वीं और 20वीं शताब्दी में कई पिरामिडों की खोज की गई।
माया पिरामिडों की वर्तमान स्थिति
माया पिरामिडों की वर्तमान स्थिति
आज माया पिरामिड प्रमुख पर्यटन स्थलों में शामिल हैं। चिचेन इट्ज़ा और तिकाल जैसे पिरामिड यूनेस्को विश्व धरोहर स्थलों में शामिल हैं।