Movie prime

क्या है एयरोजल? जानें इस अद्भुत पदार्थ की विशेषताएँ और उपयोग

एयरोजल, जिसे 'जमे हुए धुएं' के नाम से भी जाना जाता है, पृथ्वी का सबसे हल्का ठोस पदार्थ है। इसकी अद्वितीय संरचना और विशेषताएँ इसे विज्ञान और प्रौद्योगिकी में महत्वपूर्ण बनाती हैं। जानें इसके निर्माण की प्रक्रिया, अनुप्रयोग और नई चिकित्सा तकनीक में इसके उपयोग के बारे में।
 

पृथ्वी का सबसे हल्का ठोस पदार्थ

क्या है एयरोजल? जानें इस अद्भुत पदार्थ की विशेषताएँ और उपयोग

Aerogel Solid (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

Aerogel Solid (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

एयरोजल की विशेषताएँ: एयरोजल, जिसे 'जमे हुए धुएं' के नाम से भी जाना जाता है, एक अनोखा पदार्थ है। यह पृथ्वी का सबसे हल्का ठोस है, जिसका घनत्व हवा के घनत्व का केवल 2.75 गुना होता है। इसमें 99.8% हवा और केवल 0.2% ठोस सामग्री होती है। इसकी झरझरी संरचना इसे अत्यधिक हल्का और मजबूत बनाती है।


एयरोजल का निर्माण और विकास

एयरोजल का निर्माण एक विशेष प्रक्रिया के माध्यम से किया जाता है, जिसमें जेल को गैस में परिवर्तित किया जाता है। सबसे सामान्य प्रकार सिलिका एयरोजल है, लेकिन इसे कार्बन, धातु ऑक्साइड और पॉलीमर से भी बनाया जा सकता है।


एयरोजल का इतिहास

इसका आविष्कार 1931 में अमेरिकी रसायनज्ञ सैम्युअल स्टीफन कीस्टलर द्वारा किया गया था। उन्होंने पहली बार सिलिका जेल का उपयोग करके इसे विकसित किया।


एयरोजल बनाने की प्रक्रिया

निर्माण की प्रक्रिया

एयरोजल बनाने के लिए पहले जेल का निर्माण किया जाता है, फिर इसे सुपरक्रिटिकल ड्राइंग प्रक्रिया द्वारा सुखाया जाता है। इस प्रक्रिया में जेल के तरल हिस्से को गैस में बदल दिया जाता है, जिससे एक हल्की ठोस संरचना बनती है।


एयरोजल की संरचना और विशेषताएँ

संरचना और गुण

एयरोजल की नैनो-संरचना इसे अद्वितीय बनाती है। इसका सतही क्षेत्रफल 1000 वर्ग मीटर/ग्राम तक हो सकता है। इसकी कम तापीय चालकता इसे बेहतरीन इंसुलेटर बनाती है।


एयरोजल के अनुप्रयोग

विभिन्न क्षेत्रों में उपयोग

एयरोजल का उपयोग अंतरिक्ष यान, तेल रिसाव सफाई, निर्माण, स्वास्थ्य और रक्षा क्षेत्रों में किया जाता है। इसकी हल्की संरचना और उत्कृष्ट इंसुलेशन गुण इसे कई उद्योगों में महत्वपूर्ण बनाते हैं।


हाइब्रिड एयरोजल: नई चिकित्सा तकनीक

हड्डी के इलाज में क्रांतिकारी खोज

हाल ही में, वैज्ञानिकों ने एक हाइब्रिड एयरोजल विकसित किया है, जो हड्डी के उपचार में मदद कर सकता है। इसमें सिल्क फाइब्रॉइन का उपयोग किया गया है, जो इसे मजबूती और कठोरता प्रदान करता है।


OTT