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गर्मी में आम का मजा: केमिकल से पकाए गए आम से रहें सावधान!

गर्मी का मौसम आते ही आम की बिक्री बढ़ जाती है, लेकिन कुछ लोग इसे जल्दी पकाने के लिए हानिकारक रसायनों का उपयोग करते हैं। कैल्शियम कार्बाइड जैसे रसायन स्वास्थ्य के लिए बेहद नुकसानदायक होते हैं। इस लेख में जानें कि कैसे पहचानें प्राकृतिक आम और केमिकल से पके आम में अंतर। एफएफएसएआई ने इस मुद्दे पर चेतावनी जारी की है। जानें इसके स्वास्थ्य पर प्रभाव और पहचानने के तरीके।
 
गर्मी में आम का मजा: केमिकल से पकाए गए आम से रहें सावधान!

गर्मी का मौसम और आम का आगमन

प्रतीक चौहान. रायपुर. जैसे ही गर्मियों का मौसम शुरू होता है, शहर के बाजारों में आम की भरपूर बिक्री होने लगती है। आम, जो गर्मियों के सबसे प्रिय फलों में से एक है, न केवल स्वादिष्ट होता है बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी माना जाता है। इस मौसम में आम की मांग तेजी से बढ़ जाती है, लेकिन कुछ लोग इसे जल्दी पकाने के लिए हानिकारक रसायनों का सहारा लेते हैं। विशेष रूप से, कैल्शियम कार्बाइड जैसे खतरनाक रसायनों का उपयोग किया जाता है, जो स्वास्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक हैं। इस संबंध में एफएफएसएआई ने चेतावनी जारी की है।


क्यों हैं ये रसायन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक


आम पकाने के लिए जो गैस का उपयोग किया जाता है, वह कैल्शियम कार्बाइड से उत्पन्न होती है। जब यह रसायन नमी के संपर्क में आता है, तो यह एसिटिलीन गैस छोड़ता है, जो स्वास्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक है। यह गैस वेल्डिंग में भी इस्तेमाल होती है। इसके अलावा, इस प्रक्रिया में आर्सेनिक जैसे भारी धातुओं की अशुद्धियां भी आम के छिलके पर लग सकती हैं। इन आमों का सेवन स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक हो सकता है।


मुनाफाखोरी के लिए रसायनों का उपयोग

कैल्शियम कार्बाइड एक ऐसा रसायन है, जिसका उपयोग आमतौर पर औद्योगिक प्रक्रियाओं में किया जाता है। कुछ मुनाफाखोर लोग इसका अवैध रूप से उपयोग करते हैं ताकि फल जल्दी पक जाएं। ऐसे फल बाहरी रूप से पके हुए दिखते हैं, लेकिन अंदर से कच्चे रह सकते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं। यही कारण है कि भारत सरकार ने इस रसायन के उपयोग पर प्रतिबंध लगाया है।


जहरीले फल और स्वास्थ्य समस्याएं

विशेषज्ञों का कहना है कि कैल्शियम कार्बाइड का उपयोग फल पकाने के लिए खतरनाक है। इससे फल जहरीले हो सकते हैं। इस रसायन की धूल को सांस में लेना खांसी, सीने में दर्द और सांस लेने में कठिनाई का कारण बन सकता है। गंभीर मामलों में, यह श्वसन संबंधी समस्याएं उत्पन्न कर सकता है। इसके अलावा, यह त्वचा और आंखों को भी नुकसान पहुंचा सकता है।


एफएफएसएआई की चेतावनी

भारत में 'प्रीवेंशन ऑफ फूड एडल्ट्रेशन रूल, 1955 की धारा 44 एए' के तहत कैल्शियम कार्बाइड से फलों को पकाने पर प्रतिबंध है। हाल ही में, फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एफएफएसएआई) ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं।


कैसे करें पहचान

बनावट से पहचानें: गर्मियों में बाजार में रंग-बिरंगे आमों की भरमार होती है। आम के स्वाद, रंग, खुशबू और बनावट से आप यह पहचान सकते हैं कि वह प्राकृतिक रूप से पका है या रसायनों से।


रंग से पहचानें: यदि आम बाहर से चमकदार पीला है और अंदर से सख्त है, तो यह रसायनों से पका हो सकता है। प्राकृतिक आम का रंग थोड़ा अलग होता है।


खुशबू और स्वाद पर ध्यान दें

खुशबू: प्राकृतिक आम से मीठी और ताजा खुशबू आती है, जबकि रसायनों से पके आम में या तो कोई खुशबू नहीं होती या हल्की तीखी गंध होती है।


स्वाद: रसायनों से पके आम का स्वाद फीका या अजीब हो सकता है, जिसमें मिठास कम होती है।


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