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गर्मियों में बच्चों में नाक से खून आने की समस्या: जानें कारण और उपाय

गर्मियों में बच्चों में नाक से खून आना एक सामान्य समस्या है, जो सूखी हवा और गर्मी के कारण होती है। इस लेख में, हम इसके कारणों, घरेलू उपायों और प्राथमिक उपचार के बारे में चर्चा करेंगे। जानें कब डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और कैसे इस समस्या से बचा जा सकता है।
 

गर्मियों में बच्चों में नाक से खून आना

गर्मी के मौसम में 3 से 10 साल के बच्चों में नाक से खून आना एक सामान्य समस्या बन जाती है। इसका मुख्य कारण सूखी हवा, नाक की झिल्लियों का सूखना और गर्मी के चलते रक्त वाहिकाओं का फटना हो सकता है। बार-बार नाक में खुजली करना या मामूली चोट भी नकसीर का कारण बन सकती है। यह समस्या साइनस या एलर्जी से ग्रस्त बच्चों में भी देखी जाती है। इससे बचने के लिए कुछ घरेलू उपाय अपनाए जा सकते हैं।


बचाव के उपाय

  • पर्याप्त मात्रा में पानी, नारियल पानी और शरबत का सेवन करें ताकि शरीर हाइड्रेटेड रहे।
  • जब बाहर धूप में जाएं, तो मुंह और नाक को ढकें ताकि गर्म हवा सीधे नाक को नुकसान न पहुंचाए।
  • गर्म और तीखे खाद्य पदार्थों का सेवन कम करें, क्योंकि ये नाक की रक्त वाहिकाओं पर दबाव डाल सकते हैं।
  • नाक से खून आने पर ठंडा पैक नाक के ऊपरी हिस्से पर लगाएं और गर्म पैक को नाक के नीचे लगाने से बचें।


तुरंत प्राथमिक उपचार

  • प्याज का रस: प्याज के रस में रूई भिगोकर नथुनों पर रखें या प्याज की गंध सूंघाएं। इससे खून रुकने में मदद मिलती है।
  • बर्फ की सिकाई: बर्फ को कपड़े में लपेटकर 4-5 मिनट तक नाक पर रखें। इससे रक्त वाहिकाएं संकुचित होकर खून बहना बंद कर देती हैं।
  • आगे की ओर झुककर बैठें: सिर को थोड़ा आगे झुकाएं और हृदय से ऊंचा रखें ताकि खून गले में न जाए।
  • नाक दबाएं: नाक के नरम हिस्से को अंगूठे और उंगली से 10-15 मिनट तक हल्के दबाव के साथ दबाकर रखें।


डॉक्टर से संपर्क कब करें?

यदि नाक से खून 20-25 मिनट के भीतर बंद नहीं होता है, या बार-बार नकसीर की समस्या होती है, तो डॉक्टर से संपर्क करना आवश्यक है। विटामिन की कमी, उच्च रक्तचाप, या अंदरूनी चोट भी नकसीर का कारण बन सकती है। ऐसे मामलों में चिकित्सा सलाह लेना जरूरी है।


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