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क्या आप जानते हैं अक्षय तृतीया पर तांबे और पीतल के बर्तनों का महत्व?

अक्षय तृतीया का पर्व नजदीक है, और इस अवसर पर तांबे और पीतल के बर्तनों की खरीदारी का महत्व बढ़ गया है। पुराणों के अनुसार, इन बर्तनों का उपयोग स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है। तांबा और पीतल न केवल स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं, बल्कि इनका भावनात्मक महत्व भी है। जानें कैसे ये बर्तन आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं और क्यों लोग इन्हें उपहार में देना पसंद करते हैं।
 

अक्षय तृतीया का महत्व

अक्षय तृतीया का पर्व नजदीक है, और इस अवसर पर सोने और चांदी की कीमतें आसमान छू रही हैं। ऐसे में, एक महत्वपूर्ण सवाल यह है कि इस दिन क्या खरीदना चाहिए। तांबे और पीतल के बर्तन खरीदना इस दिन विशेष रूप से लाभकारी माना जाता है। पुराणों के अनुसार, इन धातुओं से बने बर्तनों में भोजन करने से स्वास्थ्य में सुधार होता है और मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है। इसके अलावा, तांबे के बर्तन में जल पीने से स्वास्थ्य लाभ भी होता है। हाल के वर्षों में, तांबे और पीतल के बर्तनों की मांग में वृद्धि देखी गई है।


बर्तन खरीदने की परंपरा

पिछले कुछ वर्षों में, लोग तांबे और पीतल के बर्तनों में रखा बासी पानी सुबह पीना स्वास्थ्य के लिए लाभकारी मानते हैं। रायपुर के एक बर्तन विक्रेता के अनुसार, अक्षय तृतीया पर लोग अच्छे स्वास्थ्य की कामना करते हुए तांबे, पीतल और चांदी के बर्तन खरीदना शुभ मानते हैं।


किचन में तांबे और पीतल के बर्तनों का उपयोग

तांबे और पीतल के बर्तन खाना पकाने और पानी पीने के लिए अत्यंत फायदेमंद होते हैं। तांबा रोगाणुरोधी होता है, जो पानी को शुद्ध करता है और पाचन में सुधार करता है। वहीं, पीतल खाना पकाने में समान रूप से गर्मी वितरित करता है और स्वाद को बढ़ाता है।


बड़ी कंपनियों की भागीदारी

कोरोना महामारी के बाद, लोग अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक हुए हैं, जिसके चलते तांबे और पीतल के बर्तनों की बिक्री में वृद्धि हुई है। कई प्रमुख कंपनियों ने तांबे के उत्पादों को बाजार में पेश किया है, ताकि लोग इन्हें अपने घरों और कार्यालयों में उपयोग कर सकें।


गिफ्ट के रूप में तांबे और पीतल के बर्तन

तांबे और पीतल के बर्तनों का भावनात्मक महत्व भी है। लोग इन्हें स्वास्थ्य के लिए स्टील के बर्तनों से बेहतर मानते हैं। यही कारण है कि शादी में माता-पिता अपनी बेटियों को तांबे और पीतल के बर्तन उपहार में देते हैं। यह परंपरा वर्षों से चली आ रही है।


तांबे के बर्तन के लाभ

रोगाणुरोधी गुण: तांबा पानी में बैक्टीरिया और वायरस को खत्म करता है, जिससे पानी सुरक्षित हो जाता है।
पाचन में सुधार: तांबे के बर्तन में पानी पीने से पाचन क्रिया बेहतर होती है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि: तांबा एंटीऑक्सीडेंट है, जो शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाता है।
हड्डियों और त्वचा के लिए फायदेमंद: तांबा हड्डियों और त्वचा के लिए आवश्यक है।
वजन घटाने में मदद: तांबे के बर्तन में पानी पीने से चयापचय दर बढ़ती है।


पीतल के बर्तन के लाभ

समान ताप वितरण: पीतल गर्मी का अच्छा संवाहक है।
स्वाद को बढ़ाता: पीतल के बर्तन में पके हुए खाने में एक विशिष्ट स्वाद होता है।
एंटीऑक्सीडेंट गुण: पीतल के बर्तन में रखे भोजन में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं।
हड्डियों के लिए फायदेमंद: पीतल में मौजूद तांबा हड्डियों को मजबूत बनाता है।
जोड़ों के दर्द से राहत: पीतल में सूजनरोधी गुण होते हैं।


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