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क्या शाहरुख खान ने कतर से रिहा करवाए इंडियन नेवी अफसर? एक्टर ने बताई सच्चाई

बॉलीवुड एक्टर शाहरुख खान अपनी शानदार एक्टिंग के चलते चर्चा में रहते हैं. साल 2023 में शाहरुख खान ने एक के बाद एक तीन सुपरहिट फिल्में दी हैं। फिलहाल शाहरुख खान अपनी फिल्मों और करियर की वजह से नहीं बल्कि किसी और वजह से खबरों में हैं।
 
क्या शाहरुख खान ने कतर से रिहा करवाए इंडियन नेवी अफसर? एक्टर ने बताई सच्चाई

बॉलीवुड एक्टर शाहरुख खान अपनी शानदार एक्टिंग के चलते चर्चा में रहते हैं. साल 2023 में शाहरुख खान ने एक के बाद एक तीन सुपरहिट फिल्में दी हैं। फिलहाल शाहरुख खान अपनी फिल्मों और करियर की वजह से नहीं बल्कि किसी और वजह से खबरों में हैं। दरअसल, भारत सरकार ने कतर की जेलों से आठ पूर्व भारतीय नौसेना अधिकारियों को रिहा कर दिया है। जिनमें से सात भाट वापस लौट आए हैं। इन नौसेना अधिकारियों की भारत वापसी पर बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा है कि इनकी रिहाई में बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान का हाथ है. शाहरुख खान की टीम की ओर से एक बयान आया है जिसमें इस बात से साफ इनकार किया गया है.

क्या शाहरुख खान ने कतर से रिहा करवाए इंडियन नेवी अफसर? एक्टर ने बताई सच्चाई

शाहरुख खान की ऑफिस की तरफ से आया बयान
शाहरुख खान की मैनेजर पूजा ददलानी ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर अभिनेता की ओर से एक बयान जारी किया है। बयान में कहा गया है, 'कतर से भारतीय नौसेना अधिकारियों की रिहाई में शाहरुख खान की भूमिका से संबंधित रिपोर्टों पर, शाहरुख खान के कार्यालय का कहना है कि उनकी भागीदारी के दावे निराधार हैं। इस सफल मिशन का पूरा श्रेय भारत सरकार को जाता है। इसके अलावा, कूटनीति और शासन कला से संबंधित सभी चीजें बहुत सक्षम नेताओं द्वारा बहुत अच्छी तरह से कार्यान्वित की जाती हैं। अन्य भारतीयों की तरह, शाहरुख खान भी खुश हैं कि नौसेना अधिकारी घर पर सुरक्षित हैं और उन्हें बधाई देते हैं।

शाहरुख खान ने की थी कतर के प्रधामंत्री से मुलाकात
आपको बता दें कि शाहरुख खान हाल ही में एशियन कप फाइनल के लिए दोहा गए थे. इस कार्यक्रम में शाहरुख खान विशेष अतिथि के तौर पर शामिल हुए. यहां शाहरुख खान ने कतर के प्रधानमंत्री से मुलाकात की और उनकी तस्वीरें सामने आईं। गौरतलब है कि पिछले साल दिसंबर में कतर की अदालत ने अल दहरा ग्लोबल केस में आठ भारतीय नौसेना अधिकारियों को मौत की सजा सुनाई थी। जिसे बाद में आजीवन कारावास में बदल दिया गया। अधिकारी जासूसी के आरोप में सज़ा काट रहा था।