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भिखारी ने सोनू से कहा- 'तुम तो मेरा ही खून पी रहे हो', सुनकर हंसी छूट गई

इस तनावपूर्ण जीवन में खुशियाँ अमूल्य हैं। तेज रफ्तार ने लोगों के चेहरों से मुस्कान छीन ली है. ऐसे में लोगों को हंसने-हंसाने और मौज-मस्ती करने के लिए लाफ्टर क्लब का रुख करना पड़ता है। विज्ञान का मानना ​​है कि अगर आप खुश रहें और खुलकर मुस्कुराएं तो आप कई गंभीर बीमारियों के खतरे से दूर रह सकते हैं।
 
इस तनावपूर्ण जीवन में खुशियाँ अमूल्य हैं। तेज रफ्तार ने लोगों के चेहरों से मुस्कान छीन ली है. ऐसे में लोगों को हंसने-हंसाने और मौज-मस्ती करने के लिए लाफ्टर क्लब का रुख करना पड़ता है। विज्ञान का मानना ​​है कि अगर आप खुश रहें और खुलकर मुस्कुराएं तो आप कई गंभीर बीमारियों के खतरे से दूर रह सकते हैं। हँसी एक शारीरिक और मानसिक व्यायाम है, जो खुश हार्मोन जारी करने में भी मदद करती है जिससे आप तनाव मुक्त हो जाते हैं।
भिखारी ने सोनू से कहा- 'तुम तो मेरा ही खून पी रहे हो', सुनकर हंसी छूट गई

भिखारी– साहब मैं अपने परिवार से बिछड़ गया हूं। मिलने के लिए 150 रुपये चाहिए।
सोनू– कहां है तेरा परिवार..
भिखारी – जी वो मल्टीप्लेक्स में फिल्म देख रहा है। 
भिखारी ने सोनू से कहा- 'तुम तो मेरा ही खून पी रहे हो', सुनकर हंसी छूट गई

भिखारी – भाई एक रुपया दे दो, तिन दिन से कुछ खाया नहीं, भूखा हूं।
राजू – तीन दिन से भूखा है तो एक रुपये का क्या करेगा..? इतने से क्या होगा
भिखारी – वजन तोलूंगा कितना घटा है..!!
भिखारी ने सोनू से कहा- 'तुम तो मेरा ही खून पी रहे हो', सुनकर हंसी छूट गई

पत्नी- आपको मेरी सुंदरता ज्यादा अच्छी लगती है या मेरे संस्कार…?
पति- मुझे तो तेरी ये मजाक करने की आदत बहुत अच्छी लगती है।

 

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