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सनी देओल की कहानी: शर्मीलेपन को मात देकर बने बॉलीवुड के माचो हीरो!

सनी देओल ने अपनी यात्रा के बारे में बताया कि कैसे उन्होंने 19 साल की उम्र में शर्मीलेपन को दूर करने के लिए विदेश जाकर थिएटर स्कूल में प्रशिक्षण लिया। इस हफ्ते, सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन पर 'इंडियन आइडल 15' में उनके सम्मान में एक विशेष एपिसोड प्रसारित होगा, जिसमें उनकी पहली फिल्म 'बेताब' का प्रसिद्ध गाना भी शामिल होगा। जानें सनी की प्रेरणादायक कहानी और उनके करियर के बारे में।
 

सनी देओल का विदेश जाने का सफर

सनी देओल की कहानी: शर्मीलेपन को मात देकर बने बॉलीवुड के माचो हीरो!
मुंबई, 15 मार्च (वेब वार्ता)। बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता सनी देओल ने खुलासा किया है कि उन्होंने 19 साल की उम्र में शर्मीलेपन को दूर करने और अभिनय में दक्षता हासिल करने के लिए विदेश जाने का निर्णय लिया। वहां उन्होंने थिएटर स्कूल में प्रशिक्षण लिया।


सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन का चर्चित सिंगिंग रियलिटी शो ‘इंडियन आइडल 15’ इस हफ्ते सनी देओल के सम्मान में एक विशेष एपिसोड पेश करने जा रहा है। इस शो में आगामी फिल्म ‘जाट’ की कास्ट, जिसमें सनी देओल, रणदीप हुड्डा और विनीत कुमार शामिल हैं, मंच पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराएगी। इस खास अवसर पर 'आइडल का आशीर्वाद फेस' रागिनी, सनी देओल की पहली फिल्म 'बेताब' के प्रसिद्ध गाने ‘जब हम जवां होंगे’ की शानदार प्रस्तुति देकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देंगी।


सनी देओल ने कहा, "रागिनी ने मुझे उस समय की याद दिला दी जब हमने यह गाना शूट किया था। इस गाने की शूटिंग में हमें कई दिन लगे, क्योंकि मौसम लगातार बदल रहा था, और हमें सही समय का इंतजार करना पड़ा। लेकिन यह फिल्म बनाना किसी पिकनिक से कम नहीं था, हमने बहुत मजा किया। यह मेरी पसंदीदा और मजेदार फिल्मों में से एक थी। कोई तनाव नहीं, बस मस्ती! जिस तरह से तुमने यह गाना गाया, मैं सच में उस समय में लौट गया। मुझे याद है कि इस फिल्म में सोनू निगम जी ने मेरे बचपन का किरदार निभाया था।"


इसके बाद, बादशाह ने सनी देओल से पूछा, "आपको कब एहसास हुआ कि आपको फिल्मों में आना है? क्या यह आपका बचपन का सपना था?" सनी देओल ने उत्तर दिया, "बचपन में मैं इन सब चीजों से दूर था, लेकिन जैसा कि कहते हैं, यह सब जीन्स में होता है। कहीं न कहीं मेरे अंदर यह जुनून पहले से ही था। मैं अपने पिता (धर्मेंद्र) के साथ बड़ा हुआ, उनकी हर फिल्म देखी, और बिना सोचे-समझे मैं भी उसी रास्ते पर चल पड़ा।


बचपन में हम केवल मस्ती करते थे, पढ़ाई पर ज्यादा ध्यान नहीं देते थे, लेकिन स्कूल खत्म होने के बाद यह तय करना था कि आगे क्या करना है। तभी मैंने निर्णय लिया कि मुझे एक्टर बनना है। उस समय मैं लगभग 19-20 साल का था। मैं बहुत शर्मीला था, इसलिए मैंने खुद को अपने कंफर्ट जोन से बाहर निकालने का सोचा।


मैंने विदेश जाकर एक थिएटर स्कूल जॉइन किया, जहां कोई मुझे नहीं जानता था। वहीं से मैंने काम करना शुरू किया और धीरे-धीरे मेरा आत्मविश्वास बढ़ने लगा। वहीं से मेरी यात्रा शुरू हुई। फिर मैं भारत लौटा और ‘बेताब’, ‘अर्जुन’, ‘डकैत’ जैसी फिल्मों में काम किया।" इंडियन आइडल 15 का यह विशेष एपिसोड इस शनिवार और रविवार रात 8:30 बजे केवल सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन और सोनी लिव पर प्रसारित होगा।


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