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राजा हसन सागर: बॉलीवुड के उभरते सितारे की प्रेरणादायक यात्रा

राजा हसन सागर, जो अपनी अनोखी आवाज और गायिकी के लिए जाने जाते हैं, ने बीकानेर से बॉलीवुड तक की यात्रा में कई संघर्षों का सामना किया। 1982 में जन्मे राजा ने अपने पिता से संगीत की शिक्षा ली और टेलीविजन पर 'सा रे गा मा पा चैलेंज' में फाइनलिस्ट बनकर अपनी पहचान बनाई। उन्होंने कई हिट गाने गाए और विभिन्न भाषाओं में भी अपनी आवाज का जादू बिखेरा। राजा हसन की सादगी और विनम्रता उन्हें और भी खास बनाती है। जानें उनकी प्रेरणादायक कहानी के बारे में।
 
राजा हसन सागर: बॉलीवुड के उभरते सितारे की प्रेरणादायक यात्रा

राजा हसन की अद्भुत यात्रा


मुंबई, 24 दिसंबर। बॉलीवुड में अपनी अनोखी आवाज और गायिकी के लिए प्रसिद्ध राजा हसन सागर ने न केवल भारत में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान बनाई है। बीकानेर के एक छोटे से शहर से निकलकर उन्होंने बॉलीवुड और टेलीविजन की दुनिया में कदम रखा है। उनकी सफलता का राज उनके संघर्ष, मेहनत और अपने शिक्षकों से मिली प्रेरणा है।


राजा हसन का जन्म 25 दिसंबर 1982 को राजस्थान के बीकानेर में हुआ। उनका परिवार संगीत से गहराई से जुड़ा हुआ था। उनके पिता, रफीक सागर, एक प्रसिद्ध गायक थे, जो भजन और पारंपरिक गीतों में माहिर थे। राजा ने अपने पिता से गायिकी की शिक्षा ली और बचपन से ही संगीत में रुचि दिखाई। उन्होंने छोटे बच्चों के कार्यक्रमों और स्थानीय समारोहों में गाना शुरू किया और धीरे-धीरे अपनी कला को निखारा।


राजा हसन का करियर 2007 में टेलीविजन पर शुरू हुआ, जब वह 'सा रे गा मा पा चैलेंज' के फाइनलिस्ट बने। उनके अनोखे अंदाज और सुरों ने लाखों दर्शकों का दिल जीत लिया। इसके बाद उन्होंने कई अन्य रियलिटी शो में भाग लिया और अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। उन्होंने 'उस्तादों का उस्ताद', 'एक से बढ़कर एक', 'आईपीएल रॉकस्टार', और 'म्यूजिक का महामुकाबला' जैसे शो में भी अपनी प्रतिभा दिखाई।


बॉलीवुड में राजा को पहला बड़ा ब्रेक 2008 में मिला, जब उन्होंने फिल्म 'दे ताली' में गाने का मौका पाया। उनका गाना 'मारी तीतरी' बेहद लोकप्रिय हुआ। इसके बाद उन्होंने कई फिल्मों में गाने गाए, जैसे 'दोस्ताना' के लिए 'खबर नहीं', 'तीस मार खां' के लिए 'वल्लाह रे वल्लाह', और 'नो वन किल्ड जेसिका' में 'आली रे'।


राजा हसन ने हिंदी फिल्मों के अलावा बंगाली, तमिल, तेलुगु, मलयालम और गुजराती फिल्मों में भी गाने गाए हैं। उनकी आवाज और गानों की धुन लोगों के दिलों को छू जाती है।


राजा हसन को उनके योगदान के लिए कई पुरस्कार भी मिले हैं, जिनमें मिर्ची म्यूजिक अवार्ड्स, फिल्मफेयर ओटीटी अवार्ड्स और राजस्थान इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल शामिल हैं। इसके अलावा, उन्हें एशिया कंटेंट्स अवार्ड्स और ग्लोबल ओटीटी अवार्ड्स जैसे मंचों पर भी पहचान मिली है।


राजा हसन आज भी अपने बीकानेर के घर में जाते हैं। हालांकि, उनका मुख्य निवास मुंबई में है, जहां वे फिल्मों और संगीत में व्यस्त रहते हैं। साल में दो-तीन बार वे बीकानेर आते हैं। उनका घर 'सागर हाउस' पुराने शहर की तंग गलियों में स्थित है और बहुत साधारण है। राजा हसन अपनी सादगी और विनम्रता के लिए भी जाने जाते हैं।


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