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महिला दिवस पर टीवी की बहुओं का जश्न: कौन हैं ये प्रेरणादायक किरदार?

महिला दिवस के अवसर पर, भारतीय टीवी शो की बहुएं अपने प्रेरणादायक किरदारों के लिए जानी जाती हैं। गोपी बहू से लेकर अनुपमा तक, ये महिलाएं न केवल मनोरंजन करती हैं, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का भी कार्य करती हैं। जानें इन बहुओं की कहानियाँ और कैसे उन्होंने अपने संघर्षों से प्रेरणा दी है।
 

महिलाओं का सम्मान: टीवी की बहुओं की प्रेरणादायक कहानियाँ

महिला दिवस पर टीवी की बहुओं का जश्न: कौन हैं ये प्रेरणादायक किरदार?


महिला दिवस के अवसर पर, मनोरंजन उद्योग में भी इस खास दिन का जश्न मनाया जाएगा। भारतीय टीवी शो में महिलाओं को विशेष सम्मान दिया जाता है, जहां वे अपनी वास्तविक पहचान बनाती हैं। जबकि फिल्मों में पुरुष अभिनेता अक्सर मुख्य भूमिका में होते हैं, टीवी पर महिलाएं हमेशा से ही प्रमुखता से उभरी हैं। कई टीवी बहुएं दर्शकों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन चुकी हैं। आइए जानते हैं उन बहुओं के बारे में जो इस लिस्ट में शामिल हैं।


गोपी बहू: एक प्रेरणादायक किरदार



जब टीवी की बहुओं का नाम लिया जाता है, तो गोपी बहू का नाम सबसे पहले आता है। 'साथ निभाना साथिया' में गोपी का किरदार इतना लोकप्रिय हुआ कि दर्शक आज भी उसे नहीं भूल पाए हैं। गोपी ने न केवल हंसी-मजाक किया, बल्कि अपने ससुराल में अपनी पहचान भी बनाई। वह एक कुशल रसोइया थी और बाद में पढ़ाई भी की। गोपी ने घर और व्यवसाय का प्रबंधन किया और मुश्किल हालातों का सामना भी किया।


डॉक्टर इशिता: त्याग और अच्छाई की मिसाल



आपको 'ये है मोहब्बतें' की डॉक्टर इशिता भी याद होगी। वह एक दंत चिकित्सक हैं जो बच्चों के लिए किसी भी हद तक जा सकती हैं। इशिता ने एक अनजान लड़की के लिए एक भ्रष्ट तलाकशुदा व्यक्ति से शादी की और हर परिस्थिति में खुद को ढाला। शो में इशिता को त्याग और अच्छाई का प्रतीक माना गया।


अनुपमा: आत्मसम्मान की लड़ाई



अनुपमा ने सास के तानों, पति की बेवफाई और समाज के कठोर सवालों का सामना किया। फिर भी, उसने अपने आत्मसम्मान को नहीं खोया। अपने अधिकारों की लड़ाई में, उसने सब कुछ छोड़कर एक नई जिंदगी शुरू की। अनुपमा की ताकत और जवाब देने का तरीका हर महिला को प्रेरित करता है।


दया भाभी: दर्शकों का दिल जीतने वाली



'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' में दया भाभी की अनुपस्थिति आज भी दर्शकों को खलती है। उनकी मासूमियत और मानवीयता ने सभी के दिलों को छू लिया। दया को एक आदर्श बहू और पत्नी के रूप में देखा गया है।


तुलसी विरानी: एक सशक्त महिला का उदाहरण



जब टीवी की बहुओं की बात होती है, तो 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' की तुलसी विरानी का नाम जरूर आता है। उन्होंने एक गरीब लड़की से लेकर एक मजबूत महिला बनने तक का सफर तय किया। तुलसी ने समाज और परिवार में बुराई के खिलाफ खड़े होकर लोगों का मनोरंजन किया।


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