नीतू चंद्रा का बड़ा बयान: भारत को आतंकवाद समर्थक देशों का बहिष्कार करना चाहिए!

नीतू चंद्रा का आतंकवाद पर कड़ा रुख
मुंबई, 19 मई। फिल्म अभिनेत्री नीतू चंद्रा ने हाल ही में कहा है कि भारत को उन देशों का बहिष्कार करना चाहिए जो आतंकवाद का समर्थन करते हैं, जैसे तुर्की। उनका मानना है कि ऐसे देशों से कोई संबंध नहीं रखना चाहिए।
नीतू ने स्पष्ट किया कि जो भी देश आतंकवादियों का साथ देते हैं, उनके खिलाफ भारत को सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है। यह कदम देश की सुरक्षा और संस्कृति की रक्षा के लिए आवश्यक है।
उन्होंने एक समाचार एजेंसी से बातचीत में कहा, "आतंकवाद को किसी भी स्थिति में सही नहीं ठहराया जा सकता, चाहे वह कहीं भी हो। हमेशा निर्दोष लोग ही प्रभावित होते हैं। ऐसे देशों का बहिष्कार करना चाहिए जो आतंकवाद का समर्थन करते हैं। हम पहले ही बहुत कुछ सह चुके हैं।"
नीतू ने आगे कहा, "मैं सभी से अपील करती हूं कि किसी भी कदम को उठाने से पहले सोच-समझकर निर्णय लें। हमें इंसानियत के साथ इस लड़ाई को लड़ना है, लेकिन एक इंसान के रूप में हमें जिम्मेदारी से कार्य करना चाहिए। यह ध्यान रखना जरूरी है कि हम किसका समर्थन कर रहे हैं और उनका उद्देश्य क्या है।"
जब उनसे पूछा गया कि क्या भारतीय फिल्म उद्योग को तुर्की और अजरबैजान की स्थिति पर कोई प्रतिक्रिया देनी चाहिए, तो उन्होंने कहा कि दुनिया एक-दूसरे से जुड़ी हुई है। अगर कहीं अशांति या अन्याय हो रहा है, तो उसका प्रभाव अन्य स्थानों पर भी पड़ता है। इसलिए हमें हर जगह हो रहे अन्याय को गंभीरता से लेना चाहिए।
एक सवाल के जवाब में कि कुछ फिल्मी सितारे 'ऑपरेशन सिंदूर' पर चुप क्यों हैं, नीतू ने कहा, "मैंने बोलने का निर्णय लिया क्योंकि अगर मैं अपने देश के साथ नहीं खड़ी रहूंगी, तो फिर कौन खड़ा होगा?"
उन्होंने कहा कि हर किसी की अपनी सोच और पसंद होती है, और यह उनका व्यक्तिगत निर्णय है कि वे बोलें या न बोलें, जिसका वह सम्मान करती हैं। लेकिन उनका मानना है कि हर नागरिक की जिम्मेदारी है कि वह अपने देश का समर्थन करे, और वह हमेशा अपने देश के साथ खड़ी रहेंगी।
नीतू ने कहा, "हर नागरिक की एक जिम्मेदारी होती है। दूसरों की सोच पर मैं कुछ नहीं कह सकती, लेकिन मैं हमेशा अपने देश के साथ खड़ी रहूंगी।"