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इरफान खान की यादें: परिवार ने साझा किए भावुक पल

इरफान खान के निधन को चार साल हो चुके हैं, लेकिन उनके परिवार ने हाल ही में उनके अंतिम क्षणों को याद किया। बाबिल खान ने बताया कि इरफान को अपनी मृत्यु का आभास था और उन्होंने मुस्कुराते हुए इसे स्वीकार किया। सुतापा सिकदर ने अपने दर्द को साझा किया, जो आज भी ताजा है। जानें कैसे इरफान ने अपने जीवन को जिया और मृत्यु को गले लगाया।
 
इरफान खान की यादें: परिवार ने साझा किए भावुक पल

इरफान खान की यादें आज भी जीवित हैं

बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता इरफान खान का निधन हुए चार साल हो चुके हैं, लेकिन उनकी यादें और बातें आज भी लोगों के दिलों में जिंदा हैं। हाल ही में, उनके बेटे बाबिल खान और पत्नी सुतापा सिकदर ने एक इंटरव्यू में इरफान के अंतिम क्षणों को याद किया। उन्होंने बताया कि इरफान को अपनी मृत्यु का पूर्वाभास था और उन्होंने मुस्कुराते हुए इस सच्चाई को स्वीकार किया।


इरफान को अपनी मौत का आभास था

बाबिल ने बताया कि इरफान को अपनी मौत का आभास था। बीमारी के दौरान भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और परिवार के लिए मजबूत बने रहे। बाबिल ने कहा, "उनकी मृत्यु से दो-तीन दिन पहले, जब मैं अस्पताल में था, उन्होंने मेरी ओर देखा, मुस्कुराए और कहा, 'मैं मरने वाला हूं।'" बाबिल ने उन्हें आश्वस्त किया, "ऐसा नहीं होगा," लेकिन इरफान मुस्कुराते हुए फिर सो गए और फिर कभी नहीं उठे।


सुतापा का दर्द

सुतापा सिकदर ने कहा कि इरफान के जाने का दर्द आज भी उनके लिए ताजा है। उन्होंने कहा, "हम सकारात्मक रहने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन मैं अब भी लोगों से मिलने और बात करने के लिए तैयार नहीं हूं।" यह उनके और इरफान के बीच के गहरे प्रेम को दर्शाता है।


बाबिल का अनुभव

बाबिल ने कहा कि इरफान खान का बेटा बनकर जीना अब उनके लिए एक खालीपन है। उन्होंने कहा, "आपके पास कोई विकल्प नहीं बचता है। आपको वही करना पड़ता है जो जीवन चाहता है, और यही सच्चाई है।" यह बयान दर्शाता है कि एक पिता का जाना बेटे के लिए कितनी बड़ी चुनौती होती है।


इरफान की जीवनशैली

इरफान खान ने अपनी जिंदगी को जिस तरह से जिया, उसी तरह से उन्होंने मृत्यु को भी स्वीकार किया। सुतापा बताती हैं कि इरफान मृत्यु और उसके बाद की जिंदगी के प्रति जिज्ञासु थे। उनका आत्मविश्वास और जिजीविषा उन्हें दूसरों से अलग बनाती थी।


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