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पंजाबी सिनेमा की दिग्गज प्रीति सप्रू: अदाकारी से लेकर निर्देशन तक का सफर

प्रीति सप्रू, पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री की एक प्रमुख अदाकारा, ने अपने करियर में कई सफल फिल्में दी हैं। उन्होंने न केवल अभिनय किया है, बल्कि निर्देशन और लेखन में भी अपनी पहचान बनाई है। प्रीति का जन्म एक फिल्मी परिवार में हुआ और उन्होंने बॉलीवुड में भी काम किया। उनके सामाजिक कार्य और नशे की समस्या के खिलाफ अभियान चलाने की पहल भी प्रशंसा के योग्य है। जानें प्रीति के जीवन और करियर के बारे में और उनकी उपलब्धियों के बारे में।
 
पंजाबी सिनेमा की दिग्गज प्रीति सप्रू: अदाकारी से लेकर निर्देशन तक का सफर

प्रीति सप्रू का फिल्मी सफर


मुंबई में 23 दिसंबर 1957 को जन्मी प्रीति सप्रू पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री की एक प्रमुख हस्ती हैं। अपनी अदाकारी और मुस्कान के जरिए उन्होंने लाखों लोगों का दिल जीता है। आज भी वह निर्देशन और सामाजिक कार्यों में सक्रिय हैं। प्रीति ने अपने पिता की विरासत को आगे बढ़ाते हुए एक्टिंग को अपने करियर का हिस्सा बनाया और बॉलीवुड के साथ-साथ पॉलीवुड में भी अपनी छाप छोड़ी है।


प्रीति का जन्म एक फिल्मी परिवार में हुआ था, जहां उनके पिता डी.के. सप्रू, मां हेमवती और भाई तेज सप्रू जैसे नामी लोग शामिल हैं। उन्होंने बॉलीवुड के दिग्गज सितारों जैसे अमिताभ बच्चन और दिलीप कुमार के साथ काम किया, लेकिन असली पहचान उन्हें पंजाबी सिनेमा से मिली। 'उचा दर बाबे नानक दा', 'निम्मो', और 'यारी जट्ट दी' जैसी सफल फिल्मों ने उन्हें पॉलीवुड की सुपरस्टार बना दिया।


प्रीति ने महज 13 साल की उम्र में एक्टिंग की दुनिया में कदम रखा। उनका बॉलीवुड में डेब्यू 1979 में फिल्म 'हबारी' से हुआ। इसके बाद उन्होंने 'लावारिस', 'अवतार', 'तहखाना', और 'आज का अर्जुन' जैसी कई फिल्मों में काम किया।


रामसे ब्रदर्स की हॉरर फिल्म 'तहखाना' में उनका किरदार 'हीरा' दर्शकों के बीच काफी लोकप्रिय रहा। इस फिल्म में उनका साहसी और रहस्यमय रोल दर्शकों को भा गया।


हालांकि, प्रीति को बॉलीवुड में ज्यादातर सहायक भूमिकाएं मिलीं, जिससे उनका करियर ज्यादा नहीं चमका। लेकिन पंजाबी सिनेमा में उन्होंने जो सफलता हासिल की, वह अद्वितीय है।


1980 के दशक में पंजाबी फिल्मों की ओर रुख करते हुए उन्होंने कई हिट फिल्में दीं, जैसे 'कुर्बानी जट्ट दी', 'सरपंच', और 'तेरी मेरी गल बन गई'। उनकी जोड़ी वीरेंद्र और गुरदास मान जैसे सितारों के साथ सुपरहिट रही।


प्रीति सप्रू केवल एक अभिनेत्री नहीं, बल्कि एक सफल निर्देशक, लेखिका और प्रोड्यूसर भी हैं। उन्होंने 'कुर्बानी जट्ट दी' का निर्देशन और लेखन किया, जो एक बड़ी हिट साबित हुई।


अभिनय के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए उन्हें कई पुरस्कार मिले, जिनमें 1995 में पंजाब स्टेट अवॉर्ड बेस्ट एक्ट्रेस और 1998 में महिला शिरोमणि शामिल हैं।


प्रीति ने आर्किटेक्ट और फिल्म प्रोड्यूसर उपवन सुदारशन अहलूवालिया से विवाह किया है और उनकी जुड़वां बेटियां रिया और रेने वालिया हैं, जो 'तेरी मेरी गल बन गई' फिल्म से डेब्यू कर चुकी हैं। प्रीति सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय हैं और 2014 में भाजपा में शामिल हुईं। वह पंजाब में नशे की समस्या के खिलाफ अभियान चलाती हैं।


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