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क्या 'सन ऑफ़ सरदार 2' फिर से लाएगी हंसी का जादू? जानें फिल्म की खास बातें!

क्या 'सन ऑफ़ सरदार 2' फिर से दर्शकों को हंसाने में सफल होगी? अजय देवगन की इस नई फिल्म की कहानी, निर्देशन और अभिनय पर एक नजर डालते हैं। जानें क्या यह फिल्म आपको रोजमर्रा की जिंदगी की चिंताओं से दूर ले जाकर हंसाएगी या नहीं।
 
क्या 'सन ऑफ़ सरदार 2' फिर से लाएगी हंसी का जादू? जानें फिल्म की खास बातें!

फिल्म का परिचय


2012 में आई 'सन ऑफ़ सरदार' ने दर्शकों को हंसाने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। उस समय ऐसी कॉमेडी फिल्में कम ही बनती थीं। अब, अजय देवगन एक बार फिर जस्सी के किरदार में लौट आए हैं। क्या 'सन ऑफ़ सरदार 2' वही हंसी का जादू फिर से बिखेर पाएगी? क्या यह फिल्म आपको रोजमर्रा की जिंदगी की चिंताओं से दूर ले जाकर हंसाएगी? आइए जानते हैं अजय देवगन, मृणाल ठाकुर और विजय कुमार अरोड़ा की इस फिल्म के बारे में।


कहानी का सार

क्या 'सन ऑफ़ सरदार 2' फिर से लाएगी हंसी का जादू? जानें फिल्म की खास बातें!


कहानी जस्सी (अजय देवगन) से शुरू होती है, जो शादीशुदा है लेकिन उसकी पत्नी (नीरू बाजवा) उससे तलाक चाहती है। लंदन में भटकते हुए, जस्सी की मुलाकात पाकिस्तानी राबिया (मृणाल ठाकुर) से होती है, जो अपनी बेटी और परिवार के साथ वहां रहती है। राबिया की बेटी को संधू परिवार के बेटे से प्यार हो जाता है, जो पाकिस्तानी लोगों से नफरत करता है। जस्सी राबिया की मदद के लिए उसकी बेटी का सरदार बाप बनने का नाटक करता है। आगे क्या होता है, यह जानने के लिए आपको 'सन ऑफ़ सरदार 2' देखनी होगी।


फिल्म की समीक्षा

फिल्म का मजा


यह फिल्म काफी मनोरंजक है, लेकिन इसे देखने के बाद पंजाबी सिनेमा की याद आ सकती है। निर्देशक विजय कुमार अरोड़ा ने इसे पंजाबी फिल्म के अंदाज में पेश किया है। यदि आप केवल हंसने के लिए फिल्म देखना चाहते हैं, तो यह आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प है। कई ऐसे पल हैं जब आप हंसते-हंसते लोटपोट हो जाएंगे। हालांकि, कुछ चुटकुले इतने साधारण हैं कि वे आपको हंसाने के बजाय सोचने पर मजबूर कर सकते हैं।


निर्देशन की बात


विजय कुमार अरोड़ा की यह पहली हिंदी फिल्म है, और उन्होंने अपनी पंजाबी फिल्म 'हरजीता' के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार जीता है। 'सन ऑफ सरदार 2' में पंजाबी कॉमेडी का प्रभाव साफ नजर आता है। जबकि हिंदी सिनेमा में बेहतरीन कॉमेडी फिल्में आ रही हैं, यह फिल्म पुरानी सोच को पेश करती है।


अभिनय का स्तर


अजय देवगन ने फिल्म में अपनी कॉमिक टाइमिंग और अभिनय से जान डाल दी है। मृणाल ठाकुर ने भी एक बोल्ड किरदार में अच्छा प्रदर्शन किया है। रवि किशन और अन्य कलाकारों की जोड़ी भी शानदार है। उनकी कॉमेडी और टाइमिंग दर्शकों को हंसाने में सफल रहती है।


क्या देखें और क्या नहीं?


यदि आप केवल हंसने के लिए फिल्म देखना चाहते हैं, तो यह आपके लिए है। यह एक हल्की-फुल्की कॉमेडी है, लेकिन यदि आप एक गहरी कहानी और बेहतर स्क्रिप्ट की तलाश में हैं, तो यह फिल्म आपके लिए नहीं है।


निष्कर्ष

क्या 'सन ऑफ़ सरदार 2' फिर से लाएगी हंसी का जादू? जानें फिल्म की खास बातें!


कुल मिलाकर, 'सन ऑफ़ सरदार 2' उन लोगों के लिए है जो दो घंटे हंसना चाहते हैं। यदि आप इस तरह की कॉमेडी से दूर जा चुके हैं, तो यह फिल्म आपके लिए नहीं है।


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