राजेश खन्ना और अंजू महेंद्रू की प्रेम कहानी: एक सुपरस्टार और एक अदाकारा का सफर
अंजू महेंद्रू: एक अद्वितीय यात्रा

अंजू महेंद्रू एक प्रसिद्ध भारतीय अभिनेत्री, मॉडल और फैशन डिजाइनर हैं। जब अंजू ने मनोरंजन क्षेत्र में अपने करियर की शुरुआत की, तब राजेश खन्ना पहले से ही एक सुपरस्टार बन चुके थे। उनके रिश्ते के प्रारंभिक चरण में, दोनों ने एक-दूसरे को अपार समर्थन दिया। अंजू ने प्रेमिका के रूप में अपनी निष्ठा दिखाई, जबकि राजेश ने अपनी वित्तीय सफलता को उसके साथ साझा किया।
रिश्ते में उतार-चढ़ाव
उनके अलग होने के पीछे कई कारण माने जाते हैं। राजेश खन्ना का करियर उस समय तेजी से उभर रहा था, खासकर फिल्म 'आराधना' (1969) की सफलता के बाद। इस बढ़ती प्रसिद्धि और पेशेवर दबाव ने उनके रिश्ते पर असर डाला।
अंजू ने एक साक्षात्कार में बताया कि राजेश के असंगत विचारों ने उनके रिश्ते में काफी समस्याएं पैदा कीं। उन्होंने कहा, "वह एक रूढ़िवादी व्यक्ति थे, लेकिन फिर भी आधुनिक लड़कियों की ओर आकर्षित होते थे। अगर मैं स्कर्ट पहनती, तो वह मुझसे साड़ी पहनने की मांग करते।"
त्याग और अंत
राजेश ने अंजू से अपने करियर को छोड़ने की इच्छा जताई। अंजू ने कहा, "मैंने उनकी खुशी के लिए अपने व्यक्तित्व को उनके व्यक्तित्व में समाहित कर लिया।" उन्होंने मॉडलिंग छोड़ने का निर्णय लिया, जबकि राजेश ने उनके फिल्मी करियर को भी प्रभावित किया।
हालांकि, 1971 में अंजू के गैरी सोबर्स के साथ संबंधों की अफवाहें फैलने लगीं, जिससे राजेश में गुस्सा भड़क उठा। अंजू की माँ चाहती थीं कि राजेश उनसे शादी करें, लेकिन अंजू के बार-बार इनकार करने के कारण राजेश ने 1972 में अपने रिश्ते को समाप्त करने का निर्णय लिया।
एक अधूरी प्रेम कहानी
यह माना जाता है कि राजेश खन्ना ने 1972 में अंजू महेंद्रू के साथ अपने रिश्ते को समाप्त किया और 1973 में डिंपल कपाड़िया से विवाह किया।
राजेश और अंजू की प्रेम कहानी एक समय में बेहद खूबसूरत थी, लेकिन अंततः वे एक-दूसरे के लिए अजनबी बन गए और 17 वर्षों तक एक-दूसरे से बात नहीं की।