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माधुरी दीक्षित ने फिल्म इंडस्ट्री में चार दशकों के बदलावों पर की चर्चा

बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री माधुरी दीक्षित ने अपने चार दशकों के करियर में फिल्म इंडस्ट्री में आए बदलावों पर चर्चा की है। उन्होंने बताया कि कैसे पहले के समय में फिल्म निर्माण की प्रक्रिया अव्यवस्थित थी और आज के समय में कलाकारों को बेहतर सुविधाएं और तैयारी का मौका मिलता है। माधुरी ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि अब किरदारों पर अधिक मेहनत की जाती है और फिल्म निर्माण का स्तर काफी ऊंचा हो गया है। जानें उनके विचार इस दिलचस्प इंटरव्यू में।
 
माधुरी दीक्षित ने फिल्म इंडस्ट्री में चार दशकों के बदलावों पर की चर्चा

फिल्म इंडस्ट्री में बदलावों पर माधुरी दीक्षित की राय




मुंबई, 18 दिसंबर। बॉलीवुड की दिग्गज अभिनेत्री माधुरी दीक्षित ने फिल्म इंडस्ट्री में अपने चार दशकों के अनुभव को साझा किया है। उन्होंने न केवल कई हिट फिल्में दी हैं, बल्कि समय के साथ खुद को भी ढाला है। एक इंटरव्यू में, उन्होंने अपने करियर, फिल्म निर्माण में आए परिवर्तनों और वर्तमान में फिल्मों के चयन के बारे में चर्चा की।


माधुरी ने अपने करियर की शुरुआत 1984 में फिल्म 'अबोध' से की थी। उस समय की याद करते हुए उन्होंने कहा, "उस समय फिल्म इंडस्ट्री इतनी व्यवस्थित नहीं थी। 80 और 90 के दशक में कुछ ही प्रोड्यूसर थे, जो काम को पेशेवर तरीके से करते थे, जैसे यश चोपड़ा और बी. आर. चोपड़ा। अधिकांश फिल्में बिना किसी योजना के बनती थीं।"


उन्होंने आगे कहा, "पहले कलाकारों को तैयारी का बहुत कम समय मिलता था। शूटिंग अक्सर अचानक शुरू होती थी और कलाकारों को मौके पर ही सीन समझकर काम करना पड़ता था। आजकल, कलाकारों को स्क्रिप्ट पहले से मिल जाती है और किरदार पर काम करने का समय मिलता है।"


माधुरी ने यह भी बताया कि पहले शूटिंग के दौरान कलाकारों की सुविधाओं का ध्यान नहीं रखा जाता था। "अब फिल्म सेट पर सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं, जैसे आरामदायक वैनिटी वैन, जहां कलाकार आराम कर सकते हैं।"


उन्होंने कहा, "आजकल किरदारों पर बहुत मेहनत की जाती है। पहले से तय होता है कि कलाकार क्या पहनेंगे और उनका लुक कैसा होगा। रीडिंग सेशन और रिहर्सल भी अब आम बात है, जो पहले नहीं होती थी। इन बदलावों ने फिल्म निर्माण के स्तर को ऊंचा किया है।"


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