भारत में पाकिस्तानी हस्तियों के इंस्टाग्राम अकाउंट की वापसी पर चर्चा
भारत में पाकिस्तानी हस्तियों के इंस्टाग्राम अकाउंट्स की वापसी ने प्रशंसकों को चौंका दिया है। पहले प्रतिबंधित कुछ अकाउंट्स अब फिर से सक्रिय हो गए हैं, जबकि कई प्रमुख सितारे अभी भी ब्लॉक हैं। जानें कि यह बदलाव क्यों हुआ और कौन से सितारे वापस आए हैं। क्या यह प्रतिबंध खत्म होने का संकेत है या सिर्फ एक गड़बड़ी? इस लेख में सभी जानकारी प्राप्त करें।
Wed, 2 Jul 2025

भारत की सैन्य प्रतिक्रिया के बाद पाकिस्तानी अकाउंट्स पर प्रतिबंध
पहलगाम में हुए आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बाद, भारत ने कई पाकिस्तानी हस्तियों के इंस्टाग्राम अकाउंट्स को ब्लॉक कर दिया था। यह कदम उनकी टिप्पणियों और भारत के प्रति असहयोगी दृष्टिकोण के चलते उठाया गया। हाल ही में, भारतीय प्रशंसकों ने देखा कि कुछ पहले प्रतिबंधित अकाउंट्स अब फिर से सक्रिय हो गए हैं।
पहलगाम आतंकी घटना का प्रभाव
पहलगाम में हुए हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान गई थी, जिसके बाद भारत ने पाकिस्तानी मनोरंजन चैनलों और अभिनेताओं के सोशल मीडिया अकाउंट्स पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया।
ऑपरेशन सिंदूर पर विवादास्पद टिप्पणियाँ
कई पाकिस्तानी सितारों, जैसे हनिया आमिर, फवाद खान और माहिरा खान ने भारत के ऑपरेशन पर नकारात्मक टिप्पणियाँ की थीं। अब, कुछ समय बाद, उनके सोशल मीडिया अकाउंट्स फिर से भारत में दिखाई दे रहे हैं।
प्रतिबंध का कारण और वापसी
रिपोर्टों के अनुसार, सुरक्षा कारणों से इन अकाउंट्स पर प्रतिबंध लगाया गया था। लेकिन अब, दो महीने बाद, कुछ सितारों के अकाउंट्स फिर से सक्रिय हो गए हैं।
कौन से सितारे वापस आए हैं?
मावरा होकेन, युमना जैदी, अहद रजा मीर, दानिश तैमूर और सबा कमर जैसे सितारों के इंस्टाग्राम प्रोफाइल अब भारत में उपलब्ध हैं। ये सितारे राजनीतिक विवादों से दूर रहे हैं, जिससे उनकी वापसी पर अटकलें लगाई जा रही हैं।
ए-लिस्ट सितारे अभी भी प्रतिबंधित
हालांकि, पाकिस्तान के प्रमुख सितारे जैसे हनिया आमिर, फवाद खान, माहिरा खान, वहाज अली, आतिफ असलम, और अली जफर अभी भी ब्लॉक हैं।
कोई आधिकारिक स्पष्टीकरण नहीं
अभी तक, भारत सरकार या इंस्टाग्राम की ओर से कोई स्पष्टता नहीं आई है कि कुछ अकाउंट्स को ही क्यों बहाल किया गया है। प्रशंसकों का मानना है कि जो अकाउंट्स फिर से दिखाई दे रहे हैं, वे “बी-लिस्ट” सितारों के हैं, जबकि ए-लिस्टर्स को राजनीतिक दबाव के कारण प्रतिबंधित रखा गया है।