भारत-पाकिस्तान तनाव: क्या तुर्की और अज़रबैजान की यात्रा पर रोक लगेगी?

भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ता तनाव
हाल के दिनों में भारत और पाकिस्तान के बीच स्थिति काफी तनावपूर्ण हो गई है। पहलगाम हमले के बाद, भारतीय सेना ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) में नौ ठिकानों पर हवाई हमले किए। इस अभियान में आतंकवादियों के कई बंकर और ठिकाने ध्वस्त कर दिए गए। इस कार्रवाई के बाद, पाकिस्तान ने जम्मू और उसके आस-पास के क्षेत्रों में ड्रोन हमले किए, जिसमें जम्मू, सांबा और पठानकोट जैसे स्थानों को निशाना बनाया गया।
विशाल का बयान और तुर्की-आज़रबैजान पर यात्रा प्रतिबंध
विशाल ने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, 'अब मैं कभी भी #तुर्की और #अज़रबैजान नहीं जाऊंगा! न घूमने के लिए, न किसी संगीत समारोह के लिए! ध्यान सुनो, कभी नहीं!!' यह बयान उस समय आया है जब खबरें आई हैं कि पाकिस्तान ने तुर्की निर्मित ड्रोन से कई भारतीय सैन्य और नागरिक ठिकानों पर हमले किए हैं। ये हमले भारत के 'ऑपरेशन सिंदूर' के जवाब में किए गए थे, जो जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के बाद शुरू हुआ।
पहलगाम हमले का प्रभाव
पहलगाम हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई, जिससे पूरे देश में गुस्सा फैल गया। आम जनता से लेकर कई प्रमुख हस्तियों और राजनेताओं ने इस हमले की कड़ी निंदा की और इसके खिलाफ ठोस कार्रवाई की मांग की। इस तनाव के बीच, कई बड़ी हस्तियों और कंपनियों ने भारतीय नागरिकों से तुर्की और अजरबैजान की यात्रा से बचने की अपील की है। ईजमाईट्रिप के चेयरमैन निशांत पिट्टी ने भी कहा, 'पाकिस्तान का समर्थन करने वाले देशों की यात्रा से बचें।'