क्या पंजाब को नशे के लिए बदनाम किया जा रहा है? योगराज सिंह ने उठाई आवाज़
योगराज सिंह का नशे पर बयान
मुक्तसर, 5 अप्रैल। पूर्व भारतीय क्रिकेटर और पंजाबी अभिनेता योगराज सिंह ने शनिवार को पंजाब के श्री मुक्तसर साहिब में एक क्रिकेट अकादमी का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने पंजाब में नशे की समस्या पर अपनी राय व्यक्त की। योगराज का मानना है कि पंजाब को नशे के लिए गलत तरीके से बदनाम किया जा रहा है।
उन्होंने कहा, "पंजाब में नशा नहीं है। केवल नशे के नाम पर पंजाब की छवि को खराब किया जा रहा है, जबकि यहां का युवा वर्ग खेलों के प्रति बहुत उत्साही है।"
योगराज ने क्रिकेटर अभिषेक शर्मा का उदाहरण देते हुए कहा, "अभिषेक शर्मा पहले पार्टियों में नशे में धुत रहते थे, लेकिन युवराज सिंह ने उन्हें मार्गदर्शन देकर एक सफल खिलाड़ी बना दिया।"
उन्होंने अर्शदीप के बारे में भी बात की, यह बताते हुए कि पंजाब में अर्शदीप जैसे कई युवा हैं जिन्हें केवल सही दिशा की आवश्यकता है।
योगराज ने अपने बेटे युवराज सिंह का जिक्र करते हुए कहा, "युवराज ने अपने माता-पिता की मदद से पंजाब का नाम रोशन किया है और युवाओं को नशे और मोबाइल फोन से दूर रहने के लिए प्रेरित किया है।"
इससे पहले, 28 फरवरी को योगराज ने पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटरों पर आरोप लगाया था कि वे देश के युवा खिलाड़ियों की मदद नहीं कर रहे हैं और केवल पैसे कमाने के लिए अपने देश को गालियाँ देते हैं।
उन्होंने कहा, "पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटरों का भारत के खिलाड़ियों से तुलना करना ठीक नहीं है, क्योंकि भारतीय खिलाड़ी युवा पीढ़ी को प्रशिक्षित करने में मदद करते हैं।"
योगराज सिंह ने अपने क्रिकेट करियर में एक टेस्ट और छह वनडे मैच खेले हैं। चोट के कारण क्रिकेट छोड़ने के बाद उन्होंने पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा और कई फिल्मों में काम किया है।