क्या आप जानते हैं वरुण धवन की फिल्म 'अक्टूबर' ने कैसे बदल दी थी सिनेमा की परिभाषा?
वरुण धवन की 'अक्टूबर' का 7 साल का सफर
मुंबई, 13 अप्रैल - अभिनेता वरुण धवन की फिल्म 'अक्टूबर' ने आज से सात साल पहले, 2018 में रिलीज होकर दर्शकों के दिलों में एक खास जगह बनाई थी। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए वरुण ने बताया कि इस फिल्म की कहानी खामोशी में गहराई से छिपी हुई है।
इस खास मौके पर वरुण ने इंस्टाग्राम पर 'अक्टूबर' के कुछ यादगार दृश्यों का एक वीडियो मोंटाज साझा किया, जिसमें उन्होंने लिखा, "यह कभी भी भव्यता के बारे में नहीं था, बल्कि केवल उपस्थिति ने सब कुछ बदल दिया।"
उन्होंने एक भावुक नोट भी साझा किया, जिसमें उन्होंने कहा, "अक्टूबर... एक ऐसी कहानी है जो खामोशी और शांति के बीच फुसफुसाती है। यह एक शांत प्रेम कहानी है, जो बिना किसी अपेक्षा के होती है। यह हमें याद दिलाती है कि कभी-कभी सबसे गहरे रिश्ते शब्दों या साझा पलों से नहीं, बल्कि उन खामोश घंटों में किसी के साथ खड़े होने से बनते हैं जब कोई और नहीं होता। प्यार हमेशा आतिशबाजी के साथ नहीं आता; कभी-कभी यह एक सवाल की तरह होता है... सॉफ्ट, धैर्यवान और अडिग।"
फिल्म 'अक्टूबर' ने भारत में लगभग 50 करोड़ रुपये की कमाई की थी। हालांकि, इसके रिलीज के बाद इसे सारिका मेने की मराठी नाटक "आरती - द अननोन लव स्टोरी" की नकल करने के आरोपों का सामना करना पड़ा।
स्क्रीन राइटर्स एसोसिएशन ने इस मामले की जांच की और दोनों फिल्मों के बीच कुछ समानताएं पाईं, लेकिन 'अक्टूबर' को क्लीन चिट दे दी गई, क्योंकि वास्तविक जीवन की घटनाएं जो संभवतः इन दोनों फिल्मों को प्रेरित करती हैं, कॉपीराइट कानूनों के तहत संरक्षित नहीं थीं।
वर्कफ्रंट पर, वरुण धवन अपने पिता, निर्माता-निर्देशक डेविड धवन की नई फिल्म ‘है जवानी तो इश्क होना है’ की शूटिंग में व्यस्त हैं, जिसमें उनके साथ पूजा हेगड़े मुख्य भूमिका में हैं।
--News Media
एमटी/सीबीटी