क्या आप जानते हैं मनोज कुमार और नरेंद्र मोदी की अनोखी दोस्ती की कहानी?
मनोज कुमार और नरेंद्र मोदी की दोस्ती का अनकहा किस्सा
मुंबई, 5 अप्रैल। दिवंगत अभिनेता मनोज कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच की गहरी दोस्ती के बारे में एक दिलचस्प किस्सा सामने आया है। इस किस्से में बताया गया है कि कैसे मनोज कुमार की सलाह ने मोदी के चुनाव प्रचार के दौरान उनकी आवाज को राहत पहुंचाई।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर 'मोदी स्टोरी' ने एक वीडियो साझा किया है, जिसमें भाजपा कार्यकर्ता धर्मेंद्र राठौड़ ने बताया कि यह घटना तब की है जब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री बने थे। उन्होंने कहा, "यह कहानी 1998 के चुनाव प्रचार की है। मनोज कुमार जी अक्सर मोदी के लिए होम्योपैथी की दवा भेजते थे ताकि उनका गला ठीक रहे।"
मनोज कुमार खुद होम्योपैथी के विशेषज्ञ थे।
धर्मेंद्र राठौड़ ने आगे बताया कि उस समय मोदी के साथ रहने वाले लोगों की जिम्मेदारी होती थी कि वे समय-समय पर उन्हें दवा दें, ताकि उनकी आवाज न बैठ जाए। चाहे मोदी फोन पर हों या किसी काम में व्यस्त, दवा देने की जिम्मेदारी निभाई जाती थी।
इस वीडियो में मनोज कुमार और नरेंद्र मोदी की पुरानी तस्वीरें भी शामिल हैं, जिसमें दोनों एक मंच पर नजर आ रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने हाल ही में मनोज कुमार के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उनके साथ की तस्वीरें साझा कीं और उन्हें देश का गौरव बताया। उन्होंने कहा कि मनोज कुमार को उनकी देशभक्ति के लिए हमेशा याद किया जाएगा।
मोदी ने लिखा, "महान अभिनेता मनोज कुमार के निधन से मुझे गहरा दुख हुआ। वे भारतीय सिनेमा के प्रतीक थे, जिन्हें उनकी देशभक्ति और जोश के लिए याद किया जाएगा। उनका काम हमेशा प्रेरणा देता रहेगा। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं।"
मनोज कुमार ने हिंदी सिनेमा को 'उपकार', 'पत्थर के सनम', 'रोटी कपड़ा और मकान', 'संन्यासी' और 'क्रांति' जैसी कई सुपरहिट फिल्में दीं। उन्हें शनिवार को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई।
अंतिम संस्कार में अमिताभ बच्चन, सलीम खान, सुभाष घई और अन्य फिल्मी सितारे शामिल हुए और नम आंखों से उन्हें विदाई दी।