करण जौहर की फिल्म 'होमबाउंड' ने ऑस्कर 2026 में बनाई जगह, जानें इसके बारे में
फिल्म 'होमबाउंड' की ऑस्कर में एंट्री
मुंबई, 17 दिसंबर (वेब वार्ता)। बॉलीवुड के प्रसिद्ध निर्देशक करण जौहर की फिल्म 'होमबाउंड' को ऑस्कर 2026 में बेस्ट इंटरनेशनल फीचर फिल्म श्रेणी में शॉर्टलिस्ट किया गया है।
एकेडमी ऑफ मोशन पिक्चर्स आर्ट्स एंड साइंस ने इस बात की पुष्टि की है कि 'होमबाउंड' भारत की ओर से ऑस्कर 2026 के लिए आधिकारिक एंट्री है और यह इंटरनेशनल फीचर फिल्म की टॉप 15 फिल्मों में शामिल हो गई है।
इस फिल्म का निर्देशन नीरज घेवान ने किया है और इसे करण जौहर की धर्मा प्रोडक्शन के तहत बनाया गया है। फिल्म में विशाल जेठला, ईशान खट्टर और जाह्नवी कपूर ने महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाई हैं।
फिल्म 'होमबाउंड' ने पहले ही कई फिल्म फेस्टिवल्स में अपनी छाप छोड़ी है। इसका वर्ल्ड प्रीमियर कान्स फिल्म फेस्टिवल में हुआ था और इसे टोरंटो इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में भी सराहा गया।
करण जौहर ने सोशल मीडिया पर अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा, 'मैं इस पल को शब्दों में नहीं बयां कर सकता। मुझे गर्व है और मैं चांद पर महसूस कर रहा हूँ।'
उन्होंने आगे कहा, 'हमारी फिल्मोग्राफी में 'होमबाउंड' का होना गर्व की बात है। धन्यवाद नीरज, हमारे सपनों को साकार करने के लिए। कान्स से ऑस्कर शॉर्टलिस्ट तक का यह सफर अद्भुत रहा है। पूरी कास्ट, क्रू और टीम को इस विशेष फिल्म के लिए प्यार।'
नीरज घेवान ने भी इस उपलब्धि पर खुशी जताई और कहा कि 'होमबाउंड' को विश्वभर से जो प्यार मिला है, वही इसकी सबसे बड़ी ताकत है।
उन्होंने बताया कि यह फिल्म केवल एक कहानी नहीं है, बल्कि उन युवाओं की कहानी है जो समाज और सिस्टम की जटिलताओं से जूझते हुए अपने सपनों को पूरा करना चाहते हैं।
फिल्म 'होमबाउंड' दो बचपन के दोस्तों शोएब और चंदन की यात्रा को दर्शाती है, जो पुलिस अधिकारी बनने का सपना देखते हैं। लेकिन उनका यह सफर आसान नहीं होता।
सामाजिक भेदभाव, आर्थिक दबाव और सिस्टम की सख्ती उनके रास्ते में कई बार बाधा डालती है। यह फिल्म दोस्ती, कर्तव्य और युवा वर्ग पर पड़ने वाले सामाजिक दबावों को संवेदनशीलता से प्रस्तुत करती है।
.png)