इम्तियाज अली की फिल्म Jab We Met पर कानूनी विवाद का खुलासा

इम्तियाज अली का कानूनी संघर्ष
इम्तियाज अली भारतीय सिनेमा के सबसे बेहतरीन फिल्म निर्माताओं में से एक माने जाते हैं। उनकी कहानी कहने की शैली न केवल प्रभावशाली है, बल्कि यह समाज पर गहरा असर डालती है। हालाँकि, उन्हें अपनी फिल्मों के कारण कानूनी चुनौतियों का सामना भी करना पड़ा है। हाल ही में, एक बातचीत के दौरान, इम्तियाज ने बताया कि उनकी चर्चित फिल्म Jab We Met के एक दृश्य के कारण उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया गया था।
जब एक प्रशंसक ने उनसे पूछा कि क्या वे अपनी सोच और दृष्टि के बिना समझौता किए बिना फिल्में बनाते हैं, तो इम्तियाज ने कहा कि वे अक्सर खुद से सवाल करते हैं कि क्या उनका काम किसी को ठेस पहुंचा सकता है। यदि उन्हें लगता है कि उनका इरादा किसी को नुकसान नहीं पहुंचाता, तो वे उसी पर टिके रहते हैं।
इम्तियाज ने एक मजेदार घटना साझा की जब उन्हें विवाद में फंसना पड़ा। उन्हें अदालत का समन मिला था क्योंकि उन पर आरोप था कि उन्होंने Jab We Met में रतलाम को गलत तरीके से पेश किया। उन्होंने कहा, "पहली बार मेरे लिए अदालत का समन आया और फिर मेरे खिलाफ गैर-जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ।"
उन्होंने आगे बताया कि उनके खिलाफ जो चार्जशीट दायर की गई थी, उसमें कहा गया था कि रतलाम, जो स्नैक्स के लिए प्रसिद्ध है, को इम्तियाज ने एक लाल बत्ती वाले स्थान के रूप में बदनाम किया।
इम्तियाज ने बताया कि जब वह फिल्म Love Aaj Kal की शूटिंग कर रहे थे, तब निर्माता दिनेश विजान ने उन्हें इस मामले और गैर-जमानती वारंट के बारे में बताया। उन्होंने कहा, "मैं कोलकाता में शूटिंग कर रहा था और दिनो ने कहा- सर, आपके खिलाफ गैर-जमानती गिरफ्तारी वारंट है। अगर उन्हें पता चला कि आप कहाँ हैं, तो वे आपको गिरफ्तार करने आएंगे।"
इस मजेदार घटना को साझा करते हुए इम्तियाज ने कहा कि सेट पर सभी लोग तनाव में थे, लेकिन डॉली अहलुवालिया ने कहा - मैं अपने हाथों से रोटी बना कर लाऊंगी, आपको सलाखों के बीच से खिलाऊंगी इम्तियाज जी। चिंता मत करो।
Jab We Met का लाल बत्ती वाला दृश्य अक्सर सोशल मीडिया पर वायरल होता है। इस फिल्म में शाहिद कपूर और करीना कपूर खान ने मुख्य भूमिकाएँ निभाई थीं।