क्या है रान्या राव के सोना तस्करी मामले की सच्चाई? जानें पूरी कहानी!
रान्या राव के सोना तस्करी मामले में उठे सवाल
बेंगलुरु, 12 मार्च। कर्नाटक भाजपा के अध्यक्ष और विधायक बीवाई विजयेंद्र ने बुधवार को अभिनेत्री रान्या राव से जुड़े सोना तस्करी के मामले पर कुछ गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने पूछा कि आखिरकार दुबई से बेंगलुरु की 30 से 40 यात्राओं के दौरान वह कितनी मात्रा में सोना तस्करी करके लाई हैं?
बेंगलुरु विधान सौधा में मीडिया से बातचीत करते हुए विजयेंद्र ने कहा, "राज्य में इस स्तर पर सोने की तस्करी की कोई मिसाल नहीं है। एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी की बेटी ने इतनी बार दुबई की यात्रा की और हर बार उसे भव्य स्वागत मिला। ऐसा लगता है कि कोई भी उसे रोकने या जांचने की हिम्मत नहीं कर सका।"
उन्होंने आगे कहा, "जब उसे गिरफ्तार किया गया, तब उसके पास से 14 करोड़ रुपये का सोना बरामद हुआ। बेंगलुरु और दुबई के बीच उसकी लगातार यात्राओं को देखते हुए, वह कितनी मात्रा में सोना ला सकती थी? इसमें कितनी हवाला की रकम शामिल है? क्या इसमें कोई प्रभावशाली व्यक्ति शामिल है? आरोप है कि इसमें मंत्री भी शामिल हैं। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) इस मामले की जांच कर रहा है।"
विजयेंद्र ने इस मुद्दे पर विधानसभा में चर्चा की आवश्यकता पर जोर दिया।
जब भाजपा विधायक एसटी सोम शेखर के आरोपों के बारे में पूछा गया कि "भाजपा नेता सोने की तस्करी में शामिल हो सकते हैं," तो विजयेंद्र ने कहा, "हर कोई जानता है कि सोम शेखर कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार का समर्थन क्यों कर रहे हैं। हमने उनके बारे में राज्य स्तर पर निर्णय लिया है और राष्ट्रीय नेतृत्व को रिपोर्ट भेजी गई है।"
राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) के अधिकारियों ने हाल ही में बेंगलुरु अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर अभिनेत्री रान्या राव को सोना तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया। राज्य सरकार ने जेल में बंद रान्या राव के पिता डीजीपी के रामचंद्र राव की भूमिका की जांच के लिए दो अलग-अलग जांच के आदेश दिए हैं।
क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट (सीआईडी) और वरिष्ठ आईएएस अधिकारी मामले की अलग-अलग जांच कर रहे हैं। इसके साथ ही सीबीआई और डीआरआई भी इस मामले की जांच में जुटी हुई हैं।
अभिनेत्री को डीआरआई के अधिकारियों ने 3 मार्च को हवाई अड्डे पर गिरफ्तार किया था, और कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।