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कैंसर पीड़ित मां के बाल काटता दिखा बेटा, फिर किया ये काम, जीत लिया दिल

हर साल मई के दूसरे रविवार को दुनिया भर में मदर्स डे मनाया जाता है।
 
हर साल मई के दूसरे रविवार को दुनिया भर में मदर्स डे मनाया जाता है। मां को समर्पित यह दिन इस बार 14 मई को मनाया जाएगा. आखिरकार, एक माँ वह व्यक्ति होती है जो बच्चे के जन्म से लेकर सभी उतार-चढ़ावों में हमेशा उसके साथ होती है। इसी वजह से मां के महत्व को शब्दों में बयां करना किसी के लिए भी आसान नहीं होता है।  वैसे मां के नाम एक दिन समर्पित करना किसी के लिए भी काफी नहीं है। हालांकि, यह दिन मां के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए मनाया जाता है। तो मदर्स डे के इस मौके पर आइए आपको बताते हैं कि मदर्स डे मनाने के पीछे क्या कारण है और कब मनाया जाता है।  मदर्स डे का इतिहास मदर्स डे मनाने की शुरुआत अमेरिकी महिला अन्ना जार्विस ने की थी। एना जार्विस ने मदर्स डे की नींव रखी थी, लेकिन आधिकारिक तौर पर मदर्स डे मनाने की शुरुआत 9 मई, 1914 को तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति वुडरो विल्सन ने की थी। उस समय अमेरिकी संसद में एक कानून पारित कर हर साल मई के दूसरे रविवार को मदर्स डे मनाने का फैसला किया गया था। तभी से अमेरिका, यूरोप और भारत समेत कई देशों में मदर्स डे बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है।  मदर्स डे मनाने का उद्देश्य अमेरिकी महिला एना जार्विस के मन में अपनी मां के लिए बहुत प्यार और स्नेह था। एना अपनी मां से बहुत प्रभावित हुई और उसने अपनी मां की मृत्यु के बाद शादी नहीं करने का फैसला किया। अन्ना ने अपना पूरा जीवन अपनी माँ को समर्पित करने का संकल्प लिया और अपनी माँ को सम्मान देने के उद्देश्य से मदर्स डे की शुरुआत की। इसके लिए अन्ना ने अपनी मां की पुण्यतिथि 9 मई के आसपास पड़ने वाली तारीख को चुना। यूरोप में, इस दिन को मदरिंग संडे कहा जाता है, जबकि ईसाई समुदाय के कई लोग इस दिन को वर्जिन मैरी भी कहते हैं।  मदर्स डे का महत्व वैसे तो मां की अहमियत को हर कोई बखूबी समझता है। लेकिन वह अपनी मां को इस बात का अहसास नहीं करा पाता। ऐसे में मां को उनकी अहमियत का एहसास कराने और उन्हें स्पेशल फील कराने के लिए मदर्स डे मनाया जाता है. भारत में हर कोई इस दिन को अपने-अपने तरीके से मनाने की कोशिश करता है। कुछ लोग मां को अपने मनपसंद तोहफे या शुभकामनाएं देकर मदर्स डे विश करते हैं। तो वहीं कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो इस दिन मां को घर के कामकाज से छुट्टी देते हैं और उन्हें घुमाने भी ले जाते हैं। मदर्स डे को लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह के कोट्स शेयर किए जाते हैं.

हर साल मई के दूसरे रविवार को दुनिया भर में मदर्स डे मनाया जाता है। मां को समर्पित यह दिन इस बार 14 मई को मनाया जाएगा. आखिरकार, एक माँ वह व्यक्ति होती है जो बच्चे के जन्म से लेकर सभी उतार-चढ़ावों में हमेशा उसके साथ होती है। इसी वजह से मां के महत्व को शब्दों में बयां करना किसी के लिए भी आसान नहीं होता है।

वैसे मां के नाम एक दिन समर्पित करना किसी के लिए भी काफी नहीं है। हालांकि, यह दिन मां के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए मनाया जाता है। तो मदर्स डे के इस मौके पर आइए आपको बताते हैं कि मदर्स डे मनाने के पीछे क्या कारण है और कब मनाया जाता है।

मदर्स डे का इतिहास
मदर्स डे मनाने की शुरुआत अमेरिकी महिला अन्ना जार्विस ने की थी। एना जार्विस ने मदर्स डे की नींव रखी थी, लेकिन आधिकारिक तौर पर मदर्स डे मनाने की शुरुआत 9 मई, 1914 को तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति वुडरो विल्सन ने की थी। उस समय अमेरिकी संसद में एक कानून पारित कर हर साल मई के दूसरे रविवार को मदर्स डे मनाने का फैसला किया गया था। तभी से अमेरिका, यूरोप और भारत समेत कई देशों में मदर्स डे बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है।

मदर्स डे मनाने का उद्देश्य
अमेरिकी महिला एना जार्विस के मन में अपनी मां के लिए बहुत प्यार और स्नेह था। एना अपनी मां से बहुत प्रभावित हुई और उसने अपनी मां की मृत्यु के बाद शादी नहीं करने का फैसला किया। अन्ना ने अपना पूरा जीवन अपनी माँ को समर्पित करने का संकल्प लिया और अपनी माँ को सम्मान देने के उद्देश्य से मदर्स डे की शुरुआत की। इसके लिए अन्ना ने अपनी मां की पुण्यतिथि 9 मई के आसपास पड़ने वाली तारीख को चुना। यूरोप में, इस दिन को मदरिंग संडे कहा जाता है, जबकि ईसाई समुदाय के कई लोग इस दिन को वर्जिन मैरी भी कहते हैं।

मदर्स डे का महत्व
वैसे तो मां की अहमियत को हर कोई बखूबी समझता है। लेकिन वह अपनी मां को इस बात का अहसास नहीं करा पाता। ऐसे में मां को उनकी अहमियत का एहसास कराने और उन्हें स्पेशल फील कराने के लिए मदर्स डे मनाया जाता है. भारत में हर कोई इस दिन को अपने-अपने तरीके से मनाने की कोशिश करता है। कुछ लोग मां को अपने मनपसंद तोहफे या शुभकामनाएं देकर मदर्स डे विश करते हैं। तो वहीं कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो इस दिन मां को घर के कामकाज से छुट्टी देते हैं और उन्हें घुमाने भी ले जाते हैं। मदर्स डे को लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह के कोट्स शेयर किए जाते हैं.