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लोकल डिश का नाम गलत लिया, तो लगेगा 1 करोड़ का जुर्माना! देश की सरकार ने उठाया अजीब कदम

महात्मा गांधी ने कहा था - 'राष्ट्रभाषा के बिना राष्ट्र गूंगा है'। यह बिल्कुल सत्य है और प्रत्येक नागरिक को अपनी राष्ट्रभाषा पर गर्व होना चाहिए।
 
महात्मा गांधी ने कहा था - 'राष्ट्रभाषा के बिना राष्ट्र गूंगा है'। यह बिल्कुल सत्य है और प्रत्येक नागरिक को अपनी राष्ट्रभाषा पर गर्व होना चाहिए। आजकल, अंग्रेजी एक वैश्विक भाषा बन गई है, लोग दुनिया के विभिन्न हिस्सों में जाते हैं और संवाद करने के लिए इसका इस्तेमाल करते हैं। लेकिन कई देशों में अंग्रेजी को अपनी भाषा से ज्यादा तरजीह दी जा रही है। कई देश इस समस्या से जूझ रहे हैं लेकिन बहुत कम ही इसके खिलाफ कार्रवाई कर पा रहे हैं। ऐसा ही कदम इन दिनों इटली में उठाया जा रहा है। यहां अंग्रेजी शब्दों पर जल्द ही प्रतिबंध लग सकता है, लेकिन इससे पहले आम लोगों पर अजीबोगरीब जुर्माना लगाने की योजना है।   डेली स्टार न्यूज वेबसाइट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इटली के नेता अपने देश के नागरिकों से अंग्रेजी कम और इटैलियन ज्यादा इस्तेमाल करने की अपील कर रहे हैं। इसी वजह से देश के आधिकारिक संवाद में अंग्रेजी के इस्तेमाल पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है और कई तरह के अंग्रेजी शब्दों पर भी प्रतिबंध लगाया जा रहा है (अंग्रेजी शब्द इटली में प्रतिबंधित हैं)।  इटली अंग्रेजी पर प्रतिबंध क्यों लगाता है? 'डेडलाइन', 'ब्रीफिंग' जैसे अंग्रेजी शब्दों पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है और उनकी जगह इटेलियन शब्दों के इस्तेमाल पर जोर दिया जा रहा है. इतना ही नहीं, अंग्रेजी शब्द 'डिस्पेंसर' के इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई है और इटालियन शब्द "डिस्पेंसटोर डी लिक्विडो इगीनिजेंटे पर ले मनी" का इस्तेमाल करने को कहा गया है। रिपोर्ट के मुताबिक ब्रेक्सिट के मुद्दे पर ब्रिटेन से बदला लेने के लिए ऐसा किया जा रहा है।  डिश का नाम गलत होने पर देना होगा जुर्माना इतना ही नहीं अंग्रेजी के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए यह नियम बनाया जा रहा है कि अगर किसी डिश का नाम अंग्रेजी या ब्रिटिश लहजे में 'ब्रूशेट्टा' रखा जाए तो उसे एक करोड़ रुपये का जुर्माना देना होगा. यह एक इटैलियन डिश है जिसका उच्चारण स्थानीय भाषा में किया जाता है - ब्रुशेट्टा, लेकिन अंग्रेजी में इसे ब्रूसचेट्टा कहा जाता है। डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक इटैलियन भाषा के 8 लाख शब्दों में से करीब 9 हजार शब्दों का इस्तेमाल अंग्रेजी में हो रहा है. 2000 के बाद से इतालवी भाषा में अंग्रेजी शब्दों के प्रयोग में 773 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। हर साल फ्रेंच भाषा से अंग्रेजी के शब्दों पर प्रतिबंध लगा दिया जाता है। इस बार 'डेडलाइन', 'हैशटैग' जैसे शब्दों को शामिल किया गया है, जबकि पिछले साल 'ई-स्पोर्ट्स' शब्द पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।

महात्मा गांधी ने कहा था - 'राष्ट्रभाषा के बिना राष्ट्र गूंगा है'। यह बिल्कुल सत्य है और प्रत्येक नागरिक को अपनी राष्ट्रभाषा पर गर्व होना चाहिए। आजकल, अंग्रेजी एक वैश्विक भाषा बन गई है, लोग दुनिया के विभिन्न हिस्सों में जाते हैं और संवाद करने के लिए इसका इस्तेमाल करते हैं। लेकिन कई देशों में अंग्रेजी को अपनी भाषा से ज्यादा तरजीह दी जा रही है। कई देश इस समस्या से जूझ रहे हैं लेकिन बहुत कम ही इसके खिलाफ कार्रवाई कर पा रहे हैं। ऐसा ही कदम इन दिनों इटली में उठाया जा रहा है। यहां अंग्रेजी शब्दों पर जल्द ही प्रतिबंध लग सकता है, लेकिन इससे पहले आम लोगों पर अजीबोगरीब जुर्माना लगाने की योजना है।


डेली स्टार न्यूज वेबसाइट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इटली के नेता अपने देश के नागरिकों से अंग्रेजी कम और इटैलियन ज्यादा इस्तेमाल करने की अपील कर रहे हैं। इसी वजह से देश के आधिकारिक संवाद में अंग्रेजी के इस्तेमाल पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है और कई तरह के अंग्रेजी शब्दों पर भी प्रतिबंध लगाया जा रहा है (अंग्रेजी शब्द इटली में प्रतिबंधित हैं)।

इटली अंग्रेजी पर प्रतिबंध क्यों लगाता है?
'डेडलाइन', 'ब्रीफिंग' जैसे अंग्रेजी शब्दों पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है और उनकी जगह इटेलियन शब्दों के इस्तेमाल पर जोर दिया जा रहा है. इतना ही नहीं, अंग्रेजी शब्द 'डिस्पेंसर' के इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई है और इटालियन शब्द "डिस्पेंसटोर डी लिक्विडो इगीनिजेंटे पर ले मनी" का इस्तेमाल करने को कहा गया है। रिपोर्ट के मुताबिक ब्रेक्सिट के मुद्दे पर ब्रिटेन से बदला लेने के लिए ऐसा किया जा रहा है।

डिश का नाम गलत होने पर देना होगा जुर्माना
इतना ही नहीं अंग्रेजी के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए यह नियम बनाया जा रहा है कि अगर किसी डिश का नाम अंग्रेजी या ब्रिटिश लहजे में 'ब्रूशेट्टा' रखा जाए तो उसे एक करोड़ रुपये का जुर्माना देना होगा. यह एक इटैलियन डिश है जिसका उच्चारण स्थानीय भाषा में किया जाता है - ब्रुशेट्टा, लेकिन अंग्रेजी में इसे ब्रूसचेट्टा कहा जाता है। डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक इटैलियन भाषा के 8 लाख शब्दों में से करीब 9 हजार शब्दों का इस्तेमाल अंग्रेजी में हो रहा है. 2000 के बाद से इतालवी भाषा में अंग्रेजी शब्दों के प्रयोग में 773 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। हर साल फ्रेंच भाषा से अंग्रेजी के शब्दों पर प्रतिबंध लगा दिया जाता है। इस बार 'डेडलाइन', 'हैशटैग' जैसे शब्दों को शामिल किया गया है, जबकि पिछले साल 'ई-स्पोर्ट्स' शब्द पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।