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बर्फ खाकर जिंदा रहा 8 साल का बच्‍चा, तकरीब देखकर बचाव दल भी हैरान

अगर कोई बर्फीले तूफान में फंस जाए तो निकलने का कोई रास्ता नहीं है। आसपास कोई दिखाई न दे तो समझ सकते हैं कि स्थिति क्या होगी।
 
अगर कोई बर्फीले तूफान में फंस जाए तो निकलने का कोई रास्ता नहीं है। आसपास कोई दिखाई न दे तो समझ सकते हैं कि स्थिति क्या होगी। लेकिन अमेरिका में एक 8 साल का बच्चा -20 डिग्री तापमान में सिर्फ ऊनी टी-शर्ट पहनकर दो दिन तक जिंदा रहा। प्यास लगने पर उसने बर्फ खाकर अपनी प्यास बुझाई। बचने के लिए उसने ऐसा तरीका अपनाया कि रेस्क्यू टीम भी उसे देखकर हैरान रह गई।  मामला अमेरिका के विस्कॉन्सिन का है। 8 साल का नांटे नीमी अपने परिवार के लिए लकड़ी इकट्ठा करने जंगल गया था लेकिन रास्ता भटक गया। फिर अंदर चलने लगा। उसे कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा था। वह फुटपाथ पर टहलता रहा। जब उसे लगा कि अब वह बाहर नहीं निकल सकता तो वह एक छोटी सी पहाड़ी से नीचे कूद गया। वह जाकर एक स्थान पर जा छिपा जहाँ एक वृक्ष था।  पत्तों का कम्बल बनाया उस जगह बहुत बर्फ थी और बहुत ठंड लग रही थी, बच्चे ने बचने के लिए पेड़ की टहनियां तोड़ दी। उनसे झोपड़ी जैसा घर बना लिया। पत्तों से कंबल बनाए जाते थे और उनसे बिस्तर भी बनाए जाते थे। उसके पास खाने को कुछ नहीं था, परन्तु पानी पीने के लिये उसने स्वच्छ बर्फ खाई। इन पत्तियों के कारण यह -20 डिग्री तापमान को सहन कर लेता है। जब उन्होंने सिर्फ स्वेटशर्ट पहन रखी थी।  लॉग के नीचे छिपा हुआ मिला सूचना मिलने के बाद पुलिस ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। 150 से ज्यादा सुरक्षाकर्मी आसमान, पानी और पैदल ही उसकी तलाश में निकले। नौ हेलीकॉप्टर तैनात किए गए थे। करीब 40 वर्गमील के इलाके के हर कोने को खंगाला गया। अंत में वह एक लट्ठे के नीचे छिपा हुआ मिला। मिशिगन पुलिस पहले उसे हेलीकॉप्टर से निकालना चाहती थी लेकिन बच्चे ने कहा कि वह पैदल आना चाहता है। आखिरकार वह बाहर आ गया और अब सुरक्षित है।

अगर कोई बर्फीले तूफान में फंस जाए तो निकलने का कोई रास्ता नहीं है। आसपास कोई दिखाई न दे तो समझ सकते हैं कि स्थिति क्या होगी। लेकिन अमेरिका में एक 8 साल का बच्चा -20 डिग्री तापमान में सिर्फ ऊनी टी-शर्ट पहनकर दो दिन तक जिंदा रहा। प्यास लगने पर उसने बर्फ खाकर अपनी प्यास बुझाई। बचने के लिए उसने ऐसा तरीका अपनाया कि रेस्क्यू टीम भी उसे देखकर हैरान रह गई।

मामला अमेरिका के विस्कॉन्सिन का है। 8 साल का नांटे नीमी अपने परिवार के लिए लकड़ी इकट्ठा करने जंगल गया था लेकिन रास्ता भटक गया। फिर अंदर चलने लगा। उसे कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा था। वह फुटपाथ पर टहलता रहा। जब उसे लगा कि अब वह बाहर नहीं निकल सकता तो वह एक छोटी सी पहाड़ी से नीचे कूद गया। वह जाकर एक स्थान पर जा छिपा जहाँ एक वृक्ष था।


पत्तों का कम्बल बनाया
उस जगह बहुत बर्फ थी और बहुत ठंड लग रही थी, बच्चे ने बचने के लिए पेड़ की टहनियां तोड़ दी। उनसे झोपड़ी जैसा घर बना लिया। पत्तों से कंबल बनाए जाते थे और उनसे बिस्तर भी बनाए जाते थे। उसके पास खाने को कुछ नहीं था, परन्तु पानी पीने के लिये उसने स्वच्छ बर्फ खाई। इन पत्तियों के कारण यह -20 डिग्री तापमान को सहन कर लेता है। जब उन्होंने सिर्फ स्वेटशर्ट पहन रखी थी।

लॉग के नीचे छिपा हुआ मिला
सूचना मिलने के बाद पुलिस ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। 150 से ज्यादा सुरक्षाकर्मी आसमान, पानी और पैदल ही उसकी तलाश में निकले। नौ हेलीकॉप्टर तैनात किए गए थे। करीब 40 वर्गमील के इलाके के हर कोने को खंगाला गया। अंत में वह एक लट्ठे के नीचे छिपा हुआ मिला। मिशिगन पुलिस पहले उसे हेलीकॉप्टर से निकालना चाहती थी लेकिन बच्चे ने कहा कि वह पैदल आना चाहता है। आखिरकार वह बाहर आ गया और अब सुरक्षित है।