शेखर सुमन: भारतीय टीवी और फिल्म इंडस्ट्री के कॉमेडी किंग की कहानी
शेखर सुमन का सफर
मुंबई, 6 दिसंबर। शेखर सुमन, जो भारतीय फिल्म और टीवी जगत के एक प्रमुख चेहरा हैं, ने अपने अभिनय और होस्टिंग कौशल से दर्शकों का दिल जीत लिया है। उन्हें कई बार कॉमेडी के बादशाह के रूप में भी जाना जाता है। उनके प्रसिद्ध टीवी शो 'देख भाई देख' और 'मूवर्स एन शेकर्स' ने उन्हें व्यापक पहचान दिलाई।
उनकी अदाकारी की टाइमिंग और एक्सप्रेशन की सराहना हर उम्र के दर्शकों द्वारा की जाती है। शेखर ने कड़ी मेहनत और धैर्य के साथ अपने करियर में सफलता प्राप्त की है।
शेखर सुमन का जन्म 7 दिसंबर 1962 को पटना, बिहार में हुआ। बचपन से ही उन्हें अभिनय में रुचि थी। पढ़ाई पूरी करने के बाद, उन्होंने अभिनय को अपने करियर के रूप में चुना और मुंबई का रुख किया। शुरुआत में उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने अपने सपनों को कभी नहीं छोड़ा।
उन्होंने 1984 में फिल्म 'उत्सव' से बॉलीवुड में कदम रखा, जिसमें उन्होंने रेखा के साथ काम किया। यह फिल्म उनके लिए महत्वपूर्ण थी क्योंकि इसी से उन्हें फिल्म इंडस्ट्री में पहचान मिली। इसके बाद उन्होंने 'मानव हत्या', 'नाचे मयूरी', 'संसार', 'त्रिदेव', 'पति परमेश्वर', 'रणभूमि', 'चोर मचाए शोर', 'एक से बढ़कर एक', और 'भूमि' जैसी कई फिल्मों में काम किया। हालांकि, उन्हें जो लोकप्रियता टीवी से मिली, वह अद्वितीय थी।
शेखर का टीवी करियर 1984 में 'वाह! जनाब' से शुरू हुआ, जो दूरदर्शन पर प्रसारित हुआ। इसके बाद उन्हें असली पहचान 'देख भाई देख' से मिली, जहां उनकी अदाकारी ने दर्शकों का दिल जीत लिया। इसके बाद उन्होंने 'मूवर्स एन शेकर्स', 'सिंपली शेखर' और 'कैरी ऑन शेखर' जैसे कई सफल शो किए।
शेखर ने टीवी शो होस्टिंग में भी अपनी छाप छोड़ी है। उन्होंने 'द ग्रेट इंडियन कॉमेडी शो', 'झलक दिखला जा', 'कॉमेडी सुपरस्टार', और कई रियलिटी शो की मेज़बानी की। दर्शकों ने उन्हें एक बेहतरीन अभिनेता और होस्ट दोनों के रूप में सराहा।
उनका निजी जीवन भी संघर्षों से भरा रहा। उन्होंने 1983 में फिल्म निर्माता अल्का सुमन से विवाह किया और उनके दो बेटे हैं, अध्ययन और आयुष। अध्ययन ने भी फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा, लेकिन अपने पिता जैसी पहचान नहीं बना पाए। शेखर और अल्का के लिए सबसे बड़ा दुख उनके बेटे आयुष का 11 साल की उम्र में निधन था। इस कठिनाई के बावजूद, शेखर ने अपने करियर में कभी हार नहीं मानी।
अपने करियर में शेखर सुमन को कई पुरस्कार मिले हैं, जैसे 'मूवर्स एन शेकर्स' के लिए आईटीए अवार्ड और 'कैरी ऑन शेखर' के लिए इंडियन टेली अवार्ड।