श्रेयस तलपड़े को वित्तीय घोटाले में मिली गिरफ्तारी से सुरक्षा
सुप्रीम कोर्ट ने दी राहत
सोमवार को, सुप्रीम कोर्ट ने अभिनेता श्रेयस तलपड़े को हरियाणा में एक सहकारी समिति से जुड़े वित्तीय घोटाले के मामले में गिरफ्तारी से सुरक्षा प्रदान की। इस मामले में आपराधिक विश्वासघात, धोखाधड़ी और संपत्ति के धोखे से हस्तांतरण के आरोप शामिल हैं। श्रेयस के साथ, वरिष्ठ अभिनेता आलोक नाथ का नाम भी इस मामले में शामिल है। न्यायमूर्ति बी वी नागरत्ना और न्यायमूर्ति के वी विश्वनाथन की पीठ ने अभिनेता की याचिका पर हरियाणा पुलिस और अन्य संबंधित पक्षों को नोटिस जारी किया।
ब्रांड एंबेसडर के रूप में भूमिका
हरियाणा के सोनीपत निवासी विपुल आंतिल की शिकायत पर श्रेयस तलपड़े और आलोक नाथ समेत 13 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी। आंतिल ने आरोप लगाया कि दोनों अभिनेताओं ने 'ह्यूमन वेलफेयर क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड' का प्रचार किया। सोनीपत के मुरथल के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अजीत सिंह ने बताया कि शिकायत एक विपणन कंपनी के खिलाफ की गई थी, जिसकी जांच चल रही है। उन्होंने कहा कि आरोप है कि इन अभिनेताओं की ब्रांड एंबेसडर के रूप में भूमिका के कारण लोग निवेश के लिए आकर्षित हुए।
शिकायत में दर्ज आरोप
आंतिल की शिकायत में श्रेयस का नाम शामिल किया गया है। प्राथमिकी दर्ज की गई है और उनकी भूमिका की जांच की जाएगी। आंतिल ने 22 जनवरी को आपराधिक विश्वासघात और धोखाधड़ी के आरोपों में भारतीय न्याय संहिता की प्रासंगिक धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इसमें आरोप लगाया गया है कि सोसाइटी ने 'वित्तीय योजनाओं के माध्यम से जनता को धोखा देने का गंभीर अपराध' किया है।
सोसाइटी का संचालन और निवेशकों को धोखा
शिकायत के अनुसार, यह सोसाइटी बहु-राज्य सहकारी सोसाइटी अधिनियम के तहत स्थापित की गई थी और 16 सितंबर, 2016 से हरियाणा सहित कई राज्यों में इसका संचालन शुरू हुआ। इसका मुख्य कार्य सावधि जमा और आवर्ती जमा जैसी बचत योजनाएं प्रदान करना था। सोसाइटी ने खुद को एक भरोसेमंद वित्तीय संस्थान के रूप में प्रस्तुत किया और निवेशकों को आकर्षित करने के लिए व्यापक प्रचार किया। यह योजना बहुस्तरीय विपणन पर आधारित थी, जिससे निवेशकों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई।
मोटे मुनाफे का झांसा
शिकायत में यह भी आरोप लगाया गया है कि सोसाइटी ने मोटे मुनाफे का झांसा देते हुए निवेशकों को आश्वासन दिया कि उनका पैसा सुरक्षित रहेगा और परिपक्वता राशि का भुगतान समय पर किया जाएगा। हालांकि, 2023 में निवेशकों को परिपक्वता राशि का भुगतान रोक दिया गया। आंतिल ने कहा कि जब निवेशकों और एजेंटों ने सोसाइटी के अधिकारियों से संपर्क किया, तो उन्हें झूठे आश्वासन दिए गए। धीरे-धीरे सोसाइटी के मालिकों ने संपर्क खत्म कर दिया और निवेशकों को उनकी मेहनत की कमाई वापस नहीं मिली।