शाइन टॉम चाको के खिलाफ मादक पदार्थ मामले में केरल पुलिस की कार्रवाई में बदलाव
मामले की नई जानकारी
केरल पुलिस इस वर्ष अप्रैल में मलयालम अभिनेता शाइन टॉम चाको के खिलाफ दर्ज मादक पदार्थ मामले को समाप्त करने पर विचार कर रही है। यह निर्णय रासायनिक विश्लेषण रिपोर्ट के आधार पर लिया जा रहा है, जिसमें अभिनेता के शरीर में किसी भी नशीले पदार्थ का पता नहीं चला। अधिकारियों ने सोमवार को इस बारे में जानकारी दी।
जिला मादक पदार्थ रोधी विशेष कार्य बल (डीएएनएसएएफ) ने 16 अप्रैल को एक होटल में छापेमारी की थी, जिसके बाद यह मामला सामने आया।
छापेमारी की घटनाक्रम
जब पुलिस ने छापेमारी की, तब चाको, जो होटल में मौजूद थे, वहां से भाग गए। पुलिस ने मलप्पुरम के अहमद मुर्शाद को हिरासत में लिया, जो चाको के साथ थे। उनके खिलाफ एनडीपीएस कानून के तहत मामला दर्ज किया गया।
कुछ दिनों बाद, चाको ने पुलिस के सामने पेश होकर अपने खून और बालों के नमूने दिए, जिनका रासायनिक विश्लेषण किया गया। एर्नाकुलम नॉर्थ पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया कि हाल ही में प्राप्त रिपोर्ट में यह स्पष्ट किया गया है कि नमूनों में किसी भी प्रकार के नशीले पदार्थ का कोई निशान नहीं मिला।
कानूनी स्थिति
पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 238 और एनडीपीएस कानून की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था। अधिकारी ने कहा कि चूंकि वैज्ञानिक साक्ष्य मादक पदार्थों के सेवन को साबित नहीं कर सके, इसलिए साजिश के आरोप को भी साबित करना कठिन होगा।
अधिकारी ने आगे कहा, "हम इस मामले में कानूनी सलाह ले रहे हैं। संभावना है कि हमें अदालत में मामले को बंद करने के लिए एक रिपोर्ट पेश करनी होगी।"
चाको का करियर
घटना के बाद, चाको के परिवार के सदस्यों ने बताया कि वह बेंगलुरु में एक नशा मुक्ति कार्यक्रम में भाग ले रहे थे। इस साल अप्रैल में, चाको और चार अन्य को एर्नाकुलम की एक अतिरिक्त सत्र अदालत ने 2015 के एक मादक पदार्थ मामले में बरी कर दिया था।
चाको ने 2010 में सहायक फिल्म निर्देशक के रूप में अपने करियर की शुरुआत की थी और उन्होंने कई मलयालम फिल्मों में काम किया है।