धर्मेंद्र की अंतिम फिल्म 'इक्कीस' पर अनिल शर्मा की भावनाएं: क्या है इस फिल्म की खासियत?
धर्मेंद्र की फिल्म 'इक्कीस' की विशेष स्क्रीनिंग
मुंबई, 30 दिसंबर। जैसे ही फिल्म उद्योग नए साल के जश्न की तैयारी में जुटा है, धर्मेंद्र की अंतिम फिल्म 'इक्कीस' की चर्चा तेज हो गई है। 29 दिसंबर को मुंबई में इस फिल्म की एक विशेष स्क्रीनिंग आयोजित की गई, जिसमें सलमान खान, सनी देओल, बॉबी देओल और रेखा जैसी प्रमुख हस्तियों ने भाग लिया। इस स्क्रीनिंग के बाद फिल्म को लेकर कई भावनात्मक प्रतिक्रियाएं सामने आईं।
इस संदर्भ में, प्रसिद्ध अभिनेता और निर्देशक अनिल शर्मा ने एक दिल को छू लेने वाला पोस्ट साझा किया।
फिल्म देखने के बाद, अनिल शर्मा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, 'जब मैंने धर्मेंद्र जी को स्क्रीन पर देखा, तो मेरा दिल भर आया। उन्हें नम आंखों से देखना एक अनोखा अनुभव था। धर्मेंद्र ने इस फिल्म में ऐसा अभिनय किया है, जिसमें गरिमा और गहराई दोनों हैं। उनके जैसे कलाकार बहुत कम होते हैं, जो बिना ज्यादा बोले भी बहुत कुछ कह जाते हैं।'
अनिल शर्मा ने फिल्म की टीम को बधाई दी और कहा, 'निर्माताओं, तकनीशियनों और उन सभी कलाकारों को बधाई, जिन्होंने इस फिल्म को बनाने में योगदान दिया। धर्मेंद्र जी हमेशा दर्शकों के दिलों में जीवित रहेंगे। अगस्त्य नंदा का अभिनय भी प्रभावशाली और सच्चा था।'
अनिल शर्मा के अलावा, कास्टिंग डायरेक्टर मुकेश छाबड़ा ने भी 'इक्कीस' के बारे में अपनी भावनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने कहा, 'मैंने 'इक्कीस' देखी, यह फिल्म दिल से बनाई गई है। इसकी कहानी सीधी और प्रभावशाली है, जो खत्म होने के बाद भी लंबे समय तक मन में बनी रहती है।'
मुकेश छाबड़ा ने धर्मेंद्र के अभिनय को अत्यंत गरिमापूर्ण बताया और कहा कि यदि यह उनकी अंतिम फिल्म है, तो इससे बेहतर विदाई नहीं हो सकती। उन्होंने जयदीप अहलावत के काम की भी सराहना की और फिल्म को उम्मीद से कहीं अधिक खास बताया।
उन्होंने फिल्म के युवा कलाकारों पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा, 'अगस्त्य नंदा और सिमर भाटिया, दोनों ही स्क्रीन पर बहुत सहज और खूबसूरत लगे। उनकी प्यारी आंखें और मनमोहक केमिस्ट्री अद्भुत थी। अगस्त्य की मासूमियत और ईमानदारी सचमुच चमक उठी। विवान शाह और सिकंदर खेर का काम भी शानदार था, और सबसे महत्वपूर्ण, निर्देशक श्रीराम राघवन ने एक बार फिर दिल को छू लिया। उन्होंने सच्ची कहानी को बड़े सादे अंदाज में पेश किया है।'
फिल्म 'इक्कीस' की कहानी 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध पर आधारित है। यह एक युद्ध ड्रामा है, जो सेकंड लेफ्टिनेंट अरुण खेत्रपाल की सच्ची कहानी को दर्शाती है। अरुण खेत्रपाल परमवीर चक्र विजेता थे, जिन्होंने केवल 21 वर्ष की आयु में देश के लिए अपनी जान दी। इसी कारण फिल्म का नाम 'इक्कीस' रखा गया है। फिल्म में अरुण खेत्रपाल की भूमिका अगस्त्य नंदा निभा रहे हैं, जबकि धर्मेंद्र उनके पिता के किरदार में हैं।
इस फिल्म की रिलीज पहले 25 दिसंबर को निर्धारित की गई थी, लेकिन अब इसे 1 जनवरी 2026 को रिलीज किया जाएगा।