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क्या है 'बैटल ऑफ गलवान' फिल्म का विवाद? जानें चीन की नाराज़गी का कारण!

भारत और चीन के बीच 2020 में हुई गलवान घाटी की झड़प पर आधारित फिल्म 'बैटल ऑफ गलवान' का टीज़र हाल ही में जारी किया गया है, जिससे चीन नाराज़ है। ग्लोबल टाइम्स ने इसे तथ्यात्मक रूप से गलत बताया है। इस लेख में हम जानेंगे कि इस फिल्म के पीछे की कहानी क्या है, झड़प के आंकड़े और इसके कारण क्या थे। क्या यह फिल्म दोनों देशों के संबंधों को प्रभावित कर सकती है? जानने के लिए पढ़ें पूरा लेख।
 

गलवान घाटी की झड़प पर आधारित फिल्म का टीज़र


भारत और चीन के बीच 2020 में हुई गलवान घाटी की झड़प एक बार फिर चर्चा में है। इस पर आधारित एक फिल्म, जिसका शीर्षक "बैटल ऑफ गलवान" है, जिसमें सलमान खान मुख्य भूमिका में हैं, जल्द ही रिलीज़ होने वाली है। इसका टीज़र 27 दिसंबर को जारी किया गया, जिसके बाद चीन ने इस पर अपनी नाराज़गी व्यक्त की। चीन के सरकारी समाचार पत्र ग्लोबल टाइम्स ने इसे तथ्यात्मक रूप से गलत बताया है। उनके अनुसार, फिल्म की कहानी क्षेत्रीय विवादों को नहीं सुलझा सकती और यह केवल मनोरंजन के लिए बनाई गई है। अखबार ने चेतावनी दी है कि ऐसी फिल्में दोनों देशों के बीच संबंधों को प्रभावित कर सकती हैं।


गलवान घाटी झड़प के आंकड़े

द क्लैक्सन की एक रिपोर्ट के अनुसार, 2020 की गलवान घाटी की झड़प में चीन को भारत की तुलना में अधिक नुकसान हुआ था। रिपोर्ट में बताया गया कि इस संघर्ष में 38 चीनी सैनिक मारे गए, जबकि चीन ने केवल 4 सैनिकों की मौत का दावा किया। इसके विपरीत, भारत ने इस झड़प में कर्नल संतोष सहित 20 सैनिकों को खो दिया और 70 से अधिक भारतीय सैनिक घायल हुए।


झड़प का कारण

गलवान में लड़ाई क्यों हुई?


गलवान घाटी की झड़प का मुख्य कारण चीन द्वारा समझौते का उल्लंघन था। रिपोर्टों के अनुसार, जून की शुरुआत में, चीन ने LAC के पास निर्माण कार्य शुरू किया, जिसका भारत ने विरोध किया। चीनी सैनिकों ने इस पर प्रतिक्रिया दी, जिसके परिणामस्वरूप 6 जून के आसपास झड़प हुई। द क्लैक्सन के अनुसार, वरिष्ठ अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद दोनों पक्षों ने सीमा पार न करने का समझौता किया, लेकिन चीन ने 15 जून की रात इस समझौते का उल्लंघन किया, जिसके बाद हिंसक झड़पें हुईं।


घात लगाकर हमला

द हिंदू ने गलवान घाटी की झड़प के तीन दिन बाद विदेश मंत्रालय के अधिकारियों के हवाले से एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी। रिपोर्ट में कहा गया कि चीनी सैनिकों ने भारतीय सैनिकों पर घात लगाकर हमला किया, जिसमें उन्होंने बड़े पत्थरों का इस्तेमाल किया। रिपोर्ट के अनुसार, चीन ने भारतीय सैनिकों पर हमला करने के लिए घाटी के पास कम से कम 150 सैनिक तैनात किए थे।