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Nutty Putty Cave: एक खतरनाक गुफा की दुखद कहानी

Nutty Putty Cave की कहानी एक खतरनाक गुफा की है, जहां एक अनुभवी गुफा खोजकर्ता जॉन एडवर्ड जोन्स की दुखद मौत हुई। यह गुफा यूटा में स्थित है और इसके भीतर एक जटिल संरचना है, जिसने कई लोगों को आकर्षित किया। 2009 में हुई इस घटना ने गुफा को हमेशा के लिए बंद कर दिया। जानिए इस रहस्यमयी गुफा की पूरी कहानी और जॉन की अंतिम यात्रा के बारे में।
 

Nutty Putty Cave की रहस्यमय कहानी

Nutty Putty Cave Incident Story 

Nutty Putty Cave Incident Story 

Nutty Putty Cave का इतिहास: मानवता हमेशा से अनजाने और रहस्यमय स्थलों की ओर आकर्षित होती रही है, चाहे वह रोमांच की खोज में हो या ज्ञान की तलाश में। कई बार, जो स्थान बाहर से शांत और आकर्षक लगते हैं, उनके भीतर अनदेखे खतरे छिपे होते हैं। अमेरिका की Nutty Putty Cave भी एक ऐसा ही रहस्य है। यह गुफा देखने में साधारण लगती थी, लेकिन इसके भीतर मौत की परछाइयाँ छिपी हुई थीं। यह गुफा लंबे समय तक स्पेलंकिंग के शौकीनों के लिए एक आकर्षण का केंद्र रही, लेकिन 2009 में एक दुखद घटना ने इसे हमेशा के लिए बंद कर दिया।


Nutty Putty Cave का स्थान

Nutty Putty Cave कहाँ है?


Nutty Putty Cave अमेरिका के यूटा राज्य की यूटा काउंटी में यूटा झील के पश्चिमी तट पर स्थित एक प्रसिद्ध लेकिन खतरनाक गुफा है। यह प्राकृतिक गुफा भूगर्भीय गर्मी और दबाव की प्रक्रियाओं से बनी है, जिसमें चूना पत्थर की परतें और बेहद संकरी, पेचीदा सुरंगें हैं। इसकी लंबाई लगभग 1,400 फीट है और इसे 1960 के दशक में डेल ग्रीन और उनकी टीम ने खोजा था। इसका नाम 'Nutty Putty' वहां की गीली, चिकनी और चिपचिपी मिट्टी के कारण पड़ा, जो सिलिका के बारीक कणों से बनी थी। यह गुफा रोमांच प्रेमियों, खासकर बॉय स्काउट्स और कॉलेज छात्रों के बीच बेहद लोकप्रिय थी। लेकिन इसकी जटिल संरचना के कारण इसमें फंसने की घटनाएँ आम थीं। 2009 में एक दुखद घटना में 26 वर्षीय जॉन एडवर्ड जोन्स इसी गुफा में फंस गए और उनकी मौत हो गई। उनका शव उस स्थान पर फंसा रहा और गुफा को हमेशा के लिए बंद कर दिया गया। अब यह गुफा जॉन एडवर्ड जोन्स की स्मृति में एक मौन स्मारक के रूप में मौजूद है।


घटना का दिन - 24 नवंबर 2009

घटना का दिन - 24 नवंबर 2009


जॉन एडवर्ड जोन्स, एक अनुभवी गुफा खोजकर्ता और मेडिकल छात्र, नवंबर 2009 में थैंक्सगिविंग से पहले Nutty Putty Cave की यात्रा पर गए थे। गुफा में उन्होंने 'Birth Canal' नामक एक संकीर्ण मार्ग को चुना, जहाँ केवल पेट के बल रेंगते हुए ही आगे बढ़ा जा सकता था। दुर्भाग्यवश, जॉन गलती से एक ऐसे रास्ते में मुड़ गए जो एक Dead End था। यह स्थान न केवल गहरा था बल्कि इतना तंग भी था कि वापस मुड़ना असंभव हो गया।


मौत की ओर एकतरफा सफर

Nutty Putty Cave की त्रासदी तब और बढ़ गई जब जॉन एडवर्ड जोन्स गलती से 'Birth Canal' समझकर एक अज्ञात और संकीर्ण मार्ग में प्रवेश कर गए, जो बाद में एक 'unmapped dead-end chute' साबित हुआ। जैसे ही वे आगे बढ़ते गए, उनका शरीर गुफा में लगभग 90 डिग्री नीचे की ओर फंस गया। इस स्थिति में उनका सिर नीचे और पैर ऊपर की दिशा में था। जॉन का सीना और पेट गुफा की तंग दीवारों से दब गए, जिससे उन्हें सांस लेना मुश्किल हो गया और रक्त प्रवाह बाधित होने लगा। उन्होंने खुद को निकालने की हरसंभव कोशिश की, लेकिन रास्ता इतना तंग था कि वह अपनी जगह से हिल नहीं सके। उनके छोटे भाई जोश जोन्स ने उन्हें बचाने की कोशिश की, लेकिन जब वह सफल नहीं हुए, तो बाहर जाकर आपातकालीन सेवाओं को बुलाया।


रेस्क्यू ऑपरेशन

रेस्क्यू ऑपरेशन


जॉन एडवर्ड जोन्स को बचाने के लिए शुरू किया गया रेस्क्यू ऑपरेशन यूटा काउंटी सर्च एंड रेस्क्यू टीम की तत्परता का एक जटिल और भावनात्मक उदाहरण बन गया। इस अभियान में लगभग 137 अनुभवी राहतकर्मियों को लगाया गया। लेकिन गुफा की जटिल संरचना ने हर कोशिश को कठिन बना दिया। जॉन जिस जगह फंसे थे, वह इतना तंग था कि एक बार में केवल एक ही व्यक्ति वहाँ पहुँच सकता था। बचाव दल ने रस्सियों, पुली सिस्टम और एंकर बिंदुओं की मदद से उन्हें बाहर निकालने का प्रयास किया। एक मौके पर वे थोड़े ऊपर खिंच भी पाए, लेकिन जैसे-जैसे शरीर को खींचा गया, उनके शरीर पर अत्यधिक दबाव पड़ा। जॉन इतनी असहनीय तकलीफ में थे कि उनकी दर्द भरी आवाजें गुफा के मुहाने तक गूंजने लगी थीं।


आख़िरी पल जब उम्मीदें टूट गईं

आख़िरी पल जब उम्मीदें टूट गईं


जॉन एडवर्ड जोन्स लगभग 25 से 27 घंटे तक Nutty Putty Cave की गहराई में फंसे रहे। 24 से 25 नवंबर 2009 की रात तक बचाव दल ने लगातार प्रयास किए, लेकिन हालात इतने पेचीदा थे कि जॉन को बाहर निकालना मुमकिन नहीं हो सका। वह लगभग 90 डिग्री की उलटी स्थिति में फंसे थे, जिससे उनके शरीर का रक्त प्रवाह बुरी तरह बिगड़ गया। जॉन की हालत तेजी से बिगड़ रही थी। अंततः 25 नवंबर 2009 को उनकी मौत हो गई। उस समय उनकी उम्र महज 26 साल थी।


हमेशा के लिए बंद गुफा

हमेशा के लिए बंद गुफा


जॉन एडवर्ड जोन्स की दुखद मौत के बाद, Utah School and Institutional Trust Lands Administration (SITLA) ने Nutty Putty Cave को स्थायी रूप से बंद करने का निर्णय लिया। जॉन का शव जिस स्थान पर फंसा था, वहाँ से निकालने के सभी प्रयास विफल रहे। अंततः परिवार और अधिकारियों ने मिलकर यह निर्णय लिया कि शव को उसी स्थान पर छोड़ दिया जाए। आज Nutty Putty Cave एक बंद स्मारक स्थल बन चुकी है, जहाँ आम जनता का प्रवेश पूरी तरह से प्रतिबंधित है।