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बच्चों के काले घुटनों के लिए असरदार घरेलू उपाय: जानें कैसे करें देखभाल

बच्चों की त्वचा कोमल होती है और अक्सर घुटनों पर चलने या खेलने से काली और रूखी हो जाती है। इस लेख में, हम कुछ सरल और प्रभावी घरेलू उपाय साझा कर रहे हैं, जैसे नींबू और शहद, नारियल तेल और बेकिंग सोडा, दही और बेसन, जो बच्चों के घुटनों की त्वचा को फिर से साफ और मुलायम बनाने में मदद करेंगे। जानें इन उपायों के बारे में और अपने बच्चों की त्वचा की देखभाल करें।
 

बच्चों के घुटनों की देखभाल के लिए घरेलू उपाय

बच्चों की त्वचा बेहद नाजुक होती है, और छोटी-छोटी गतिविधियों जैसे घुटनों पर चलना, रगड़ लगना या मिट्टी में खेलना, उनके घुटनों की त्वचा को गहरा और रूखा बना सकता है। बाजार में उपलब्ध क्रीम में मौजूद रसायन बच्चों की कोमल त्वचा के लिए हानिकारक हो सकते हैं, इसलिए प्राकृतिक और घरेलू उपाय सबसे सुरक्षित विकल्प हैं।


इस लेख में, हम कुछ सरल और प्रभावी घरेलू उपाय साझा करेंगे, जिनसे आप अपने बच्चों के घुटनों की त्वचा को फिर से साफ और मुलायम बना सकते हैं।


नींबू और शहद का उपयोग

एक नींबू लें और उस पर थोड़ा शहद लगाएं। इस नींबू को बच्चों के काले घुटनों पर 1-2 मिनट तक हल्के हाथों से लगाएं। 10 मिनट बाद गुनगुने पानी से धो लें। नींबू में ब्लीचिंग गुण होते हैं और शहद त्वचा को नमी प्रदान करता है।


नारियल तेल और बेकिंग सोडा

1 चम्मच नारियल तेल में 1/2 चम्मच बेकिंग सोडा मिलाएं। इस मिश्रण से धीरे-धीरे 2-3 मिनट तक मालिश करें और फिर गुनगुने पानी से धो लें। यह स्क्रब मृत त्वचा को हटाने और त्वचा को पोषण देने में मदद करता है।


दही और बेसन का मिश्रण

1 चम्मच दही और 1 चम्मच बेसन मिलाकर एक पेस्ट बनाएं। इसे घुटनों पर लगाएं और 10-15 मिनट बाद गुनगुने पानी से धो लें। दही त्वचा को चमकदार बनाता है और बेसन एक्सफोलिएट करता है।


एलोवेरा जेल का उपयोग

ताजे एलोवेरा की पत्तियों से जेल निकालें और इसे रात को सोने से पहले घुटनों पर लगाएं। हल्की मालिश करें। एलोवेरा सूजन और कालापन को कम करता है और त्वचा को ठंडक प्रदान करता है।


हल्दी और दूध का मिश्रण

1 चुटकी हल्दी में कुछ बूंदें कच्चे दूध की मिलाएं। पेस्ट बनाकर घुटनों पर लगाएं और 10 मिनट बाद धो दें। हल्दी में एंटीसेप्टिक और ब्राइटनिंग गुण होते हैं।


उपयोग में ध्यान देने योग्य बातें

1- सभी उपायों का पहले एक पैच टेस्ट करें।


2- बहुत ज्यादा रगड़ें नहीं, हल्के हाथों से करें।


3- नियमित रूप से (हफ्ते में 2-3 बार) करें, तभी असर दिखेगा।


4- बच्चों को खेलने के बाद अच्छी तरह साफ करें और मॉइस्चराइजर लगाएं।