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'कृष्ण ने नहीं निकाली थी अश्वत्थामा की मणि...', Kalki 2898 AD के इस दृश्य पर 'महाभारत के भीष्म' ने उठाए सवाल

अमिताभ बच्चन और प्रभास स्टारर कल्कि 2898 AD फिलहाल सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है। फिल्म की कहानी और स्टारकास्ट के शानदार अभिनय के दम पर कल्कि रिलीज के महज 6 दिनों में ही सफलता के शिखर पर पहुंच गई है।
 

अमिताभ बच्चन और प्रभास स्टारर कल्कि 2898 AD फिलहाल सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है। फिल्म की कहानी और स्टारकास्ट के शानदार अभिनय के दम पर कल्कि रिलीज के महज 6 दिनों में ही सफलता के शिखर पर पहुंच गई है। फिल्म बॉक्स ऑफिस पर भी अच्छा प्रदर्शन कर रही है. लेकिन इस बीच एक्टर मुकेश खन्ना ने कल्कि की कहानी पर तंज कसा है. पौराणिक टीवी धारावाहिक महाभारत में भीष्म पितामह की भूमिका निभाने वाले मुकेश कल्कि ने 2898 ईस्वी में अश्वत्थामा के चरित्र पर सवाल उठाया है। आइए जानें उन्होंने क्या कहा.

मुकेश खन्ना ने कल्कि के बारे में बात की
कल्कि 2898 ई. नाग अश्विन द्वारा निर्देशित एक पौराणिक और विज्ञान कथा फिल्म है। इस फिल्म का जादू इस वक्त फैंस के सिर चढ़कर बोल रहा है। हाल ही में मुकेश खन्ना ने अपने भीष्म इंटरनेशनल ऑफिशियल यूट्यूब चैनल पर कल्कि के बारे में अपनी राय रखी है. उन्होंने कहा है- कल्कि जैसी एक बड़ी और अच्छी फिल्म में महाभारत के तथ्यों को अपने हिसाब से तोड़ मरोड़ कर पेश करना कितना सही है। अश्वत्थामा के माथे की मणि को पांडव अर्जुन और भीम ने निकाली थी और अपनी पत्नी द्रौपदी की लाकर दी। जिसकी वजह ये थी कि उसने ने रात के अंधेरे में पांडवों के खेमे में घुसकर द्रौपदी के पांच पुत्रों को मार डाला था। फिर वो मणि वापस अश्वत्थामा के पास कैसे आ गई। फिल्म में इस तरह के और भी कई गलत तथ्य दर्शाए गए हैं। आखिरकार फिल्ममेकर ऐसा दुस्साहस क्यों करते हैं। क्या फिल्म की कहानी के लिए उनके पास सिर्फ हिंदू ग्रंथ ही बाकी रह गए हैं।

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महाभारत में मुकेश खन्ना की अहम भूमिका थी
मुकेश खन्ना ने बीआर चोपड़ा की महाभारत में भीष्म पितामह की अहम भूमिका निभाई थी. आज भी उन्हें इसी रोल के लिए जाना जाता है. ऐसे में वह कल्कि 2898 ई. की कहानी पर सवाल उठाकर चर्चा में आ गए हैं.